चालीसगाव में युवक से लाखो की ऑनलाइन ठगी, शेयर बाजार में निवेश के नाम पर किया गया धोखाधड़ी

A youth was cheated online for lakhs in Chalisgaon

महाराष्ट्र :चालीसगाव में साइबर ठगों ने एक व्यक्ति से शेयर बाजार में मुनाफा दिलाने के नाम पर लगभग 4 लाख की ठगी कर ली. वहीं पीड़ित ने इस मामले की शिकायत चालीसगाव पुलीस थाने में दर्ज कराई. वहीं पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
शेयर बाजार में निवेश करने पर करोड़ों का मुनाफा होने की बात कहकर साइबर जालसाजों ने चालीसगाव के सुभाष कन्हैया लाल बजाज से करिब चार लाख रुपये की ठगी कर ली. ऐप डाउनलोड कराकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया. ठगी की जानकारी होने के बाद बजाज ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलीस थाने व साइबर क्राइम में की है.ठगों ने पीड़ित से कई बार में रकम ट्रांसफर कराई. चालीसगाव मे इस व्यक्ति के साथ शेयर ट्रेडिंग में बडी घटना को ऑनलाईन ठगी के माध्यम से अंजाम दिया गया है। पुलीस यह मामला दर्ज कर इस मामले की जांच कर रही है।
साइबर ठगी से पीड़ित सुभाष बजाज ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि 29 जुलै को उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड किया गया. उस ग्रुप में शेयर ट्रेडिंग के मुनाफे के बारे में बताया जाता था और एक लिंक भेजा गया, जिस पर क्लिक करने और कई स्टेप्स फॉलो करने के बाद उनके मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड हो गया. ऐप का नाम 24 दि ब्लॅक रॉक इन्व्हेस्टमेंट एकडेमी इंडिया था.
साइबर ठग नेहा जैन व प्रोफेसर सुनील अग्रवाल ने बजाज से लगभग 4 लाख ठगे उन्होने
ऐप में शेयर मार्केट में होने वाले मुनाफे के बारे में बताया था. जिसके बाद सुभाष बजाज ने अपने खाते से लगभग 4 लाख ट्रांसफर कर दिए. सुभाष ने ये रकम कई बार में ट्रांसफर की.ट्रांसफर के दौरान बजाज ने कई बार बीच में ही पैसे को विथड्रॉ करने की कोशिश की, लेकिन पैसा नहीं निकल पाया. जिस ऐप के जरिए बजाज ने ये इन्वेस्टमेंट की वो एप्लीकेशन पैसे निकालने की अनुमति नहीं दे रहा था. इसके बाद बजाज को शक हुआ. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
बजाज ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि उन्हें जब शक हुआ कि उनको साइबर ठगों द्वारा फर्जी वेबसाइट लिंक और एप्लीकेशन तैयार कर शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर ठग लिया गया है. उन्होंने पैसे विथड्रॉ करने की कोशिश की. लेकिन एप्लीकेशन ने परमिशन नहीं दी तब बजाज ने 18 सप्टेंबर को चालीसगाव पुलीस थाने पर घटना की शिकायत भी दर्ज करा दी. इसके बाद पुलिस ने देखा कि यह मामला काफी बड़ा है तो उन्हें बुलाकर एफआईआर दर्ज की गई.फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।

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