राहुल गांधी को सत्य सुनने की आदत नहीं, भाग जाना उनका तरीका : धर्मेंद्र प्रधान
Rahul Gandhi is not used to listening to the truth, running away is his way: Dharmendra Pradhan
नई दिल्ली, 2 जुलाई : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर देश की संसदीय कार्यप्रणाली को शर्मसार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कांग्रेस की हरकतों को ओछा करार दिया और कहा की राहुल गांधी ने संवैधानिक पद के नियमों को तार-तार कर दिया है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने अपने गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण देश की संसदीय कार्यप्रणाली को शर्मसार किया है। अपने तयशुदा टाइम में बोलने के बाद भी राहुल गांधी ने कहा कि उनके मणिपुर के मित्रों को बोलने नहीं दिया गया। राहुल गांधी 90 मिनट के भाषण के बाद उनको बोलने का मौका दे सकते थे।”
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी सत्य सुनने के लिए तैयार नहीं है। प्रधानमंत्री के भाषण में व्यवधान डालने के लिए उन्होंने षडयंत्र रचा था। कल नेता प्रतिपक्ष ने जिस तरह से संवैधानिक, गणतांत्रिक और सारे विषयों के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए व्यवहार किया था, आज भी उन्होंने उसकी ही पुनरावृत्ति की। गणतंत्र में इसकी जितने कड़े शब्दों में निंदा की जाए, उतनी कम है। कांग्रेस पार्टी इस तरह की ओछी हरकतों की जगह देश के प्रजातंत्र में आने वाले दिनों में संयमित व्यवहार करें, ऐसी हमारी उनसे अपेक्षा है।वहीं, नीट में हुई धांधली पर बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में इसका उल्लेख किया था। आज प्रधानमंत्री ने भी इसके बारे में बात की। कल राज्यसभा में भी इसको लेकर चर्चा होगी। चर्चा से भागता कौन है? मुद्दा उठाओ, लेकिन सुनने की ताकत भी होनी चाहिए। भाग जाना कांग्रेस का तरीका है, इसी वजह से वह इतना नीचे जा रहे हैं। फिर भी ये उम्मीद नहीं थी कि कांग्रेस इतना ओछा व्यवहार करेगी।कांग्रेस पार्टी ने फिलहाल संसद में आक्रामक रुख अपनाया हुआ है। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राहुल गांधी पर ‘शोले’ फिल्म की तर्ज पर कटाक्ष किया है। पीएम का कहना है कि कांग्रेस का ईको सिस्टम एक ‘बालक’ को ये कहकर भरोसा दिला रहा है कि वह जीत चुका है।