इजरायली सैन्य अभियान के कारण संयुक्त राष्ट्र ने वेस्ट बैंक के कई शिविरों में सेवाएं निलंबित कर दीं
UN suspends services in several West Bank camps due to Israeli military operation
रामल्लाह:। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने घोषणा की है कि उसने इजरायली सैन्य अभियान के चलते उत्तरी वेस्ट बैंक के कई शरणार्थी शिविरों में अपनी सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के आयुक्त-जनरल फिलिप लाज़ारिनी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “हमें कई शिविरों में समुदायों के लिए यूएनआरडब्ल्यूए सेवाओं को निलंबित करना पड़ा है।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने लैजारिनी के हवाले से बताया कि उत्तरी वेस्ट बैंक में इजरायली सुरक्षा बलों का अभियान शरणार्थी शिविरों में हजारों लोगों को प्रभावित कर रहा है, जिसमें सार्वजनिक और निजी बुनियादी ढांचे का विनाश भी शामिल है।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर, 2023 को हमास-इजरायल संघर्ष शुरू होने के बाद से वेस्ट बैंक में 150 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।उन्होंने कहा, “इस संघर्ष के राजनीतिक समाधान तक पहुंचने का समय आ गया है, ताकि जहां कहीं भी नागरिक हों, उनकी पीड़ा समाप्त की जा सके।”इजरायली सेना ने बुधवार को जेनिन, तुल्कर्म और टुबास को निशाना बनाते हुए उत्तरी वेस्ट बैंक में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाया था। इजरायल का कहना है कि इस अभियान का मकसद इजरायल पर हमला रोकना था।फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्र में चल रहे इजरायली सैन्य अभियान के बीच मृतकों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 20 हो गई।
इस बीच, इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने एक बयान में कहा कि आईडीएफ, इजरायल सुरक्षा एजेंसी और इजरायल सीमा पुलिस बल उत्तरी वेस्ट बैंक के तीन क्षेत्रों में “सटीक, लक्षित क्षेत्रीय अभियान” चला रहे हैं।इसमें कहा गया है कि बल क्षेत्रों में हमास और फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) संगठनों के टेरर सेल के खिलाफ काम कर रहे थे। साथ ही वो इजरायली नागरिकों और आईडीएफ सैनिकों के खिलाफ हमले करने के की योजना बना रहे थे।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से वेस्ट बैंक के शहरों, शरणार्थी शिविरों और गांवों में तनाव बढ़ गया है। इसमें वेस्ट बैंक में इजरायली गोलीबारी में 650 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।