आजमगढ़:जब रिश्वत का भूत हुआ सवार तो एंटी करप्शन के हाथों लेखपाल हुआ गिरफ्तार,जब एंटी करेपशन ने किया कमाल, तब रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ लेखपाल,मामला आजमगढ़ जिला के मंगरावा रायपुर का है।
Azamgarh: When the ghost of bribery rode the hands of anti-corruption Lekhpal was arrested, when anti-corruption did amazing, then taking bribes red-handed Lekhpal was arrested, the case is Mangrawa Raipur in Azamgarh district
रिपोर्ट:रोशन लाल
कोई लाख करे चतुराई करम का लेख मिटे नारे भाई, इसी कड़ी में एक लेखपाल की चतुराई ने उसे रिश्वत लेने के मामले में जेल की सलाखों में डाल दिया।
सूत्रों के अनुसार आजमगढ़ की एंटी करप्शन यूनिट ने एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए आरोपित चकबंदी लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया।आरोप है कि लेखपाल द्वारा चकबंदी में चक सही कराने के नाम पर पीड़ित से एक लाख की रिश्वत की मांग की गई थी। पीड़ित ने मामले की शिकायत आजमगढ़ की एंटी करप्शन यूनिट से की थी।
कोतवाली क्षेत्र के हीरापट्टी निवासी अब्दुल्ला इम्तियाज ने चकबंदी लेखपाल अरविंद कुमार यादव से चकबंदी में चक सही करने की बात की थी। इसके बाद आरोपी चकबंदी लेखपाल अरविंद कुमार यादव ने अब्दुल्ला इम्तियाज से चक सही कराने के लिए एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। आरोपी चकबंदी लेखपाल द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने के मामले को लेकर पीड़ित ने इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन यूनिट से की। पीड़ित की शिकायत पर एंटी करप्शन यूनिट ने आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार करने का प्लान बनाया। इस प्लान के तहत अब्दुल्ला इम्तियाज आरोपी को एक लाख की रिश्वत देने आरोपी चकबंदी लेखपाल के घर गए। आजमगढ़ जिले की एंटी करप्शन यूनिट में पहले से ही नोटों पर केमिकल लगा दिया था। जैसे ही आरोपी लेखपाल ने पीड़ित से पैसे लिए एंटी करप्शन ने आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी चकबंदी लेखपाल का कार्यक्षेत्र मंगरावा रायपुर आजमगढ़ है। एंटी करप्शन के इस ऑपरेशन में इंस्पेक्टर बृजेश द्विवेदी, इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह भदौरिया शामिल रहे। एंटी करप्शन की इस करवाई से लेखपाल विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।