चंपई सोरेन का बीजेपी में शामिल होना झामुमो की ताबूत में आखिरी कील: प्रतूल शाहदेव

Champa Soren's joining BJP is the last nail in JMM's coffin: Pratul Shahdev

BJP state spokesperson Pratul Shahdev has justified former Chief Minister Champa Soren’s decision to join the BJP. “The way JMM leaders despised Champa Soren, it was clear that he could take a big step in the coming days,” he said in a statement. After Hemant Soren’s release from jail, Champa Soren was pressured to resign. The Legislative Party meeting was called without informing him. BJP spokesperson Pratul Shahdev said, “We welcome Champa Soren to the BJP family.

रांची (झारखंड) बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतूल शाहदेव ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि जिस तरह से झामूमो के नेताओं ने चंपई सोरेन का तिरस्कार किया, उससे स्पष्ट हो गया था कि अब वो आगामी दिनों में कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद चंपई सोरेन पर इस्तीफे का दबाव बनाया गया। उन्हें बगैर सूचित किए विधायक दल की बैठक बुलाई गई।बीजेपी प्रवक्ता प्रतूल शाहदेव ने कहा, “चंपई सोरेन का हम बीजेपी परिवार में स्वागत करते हैं, जिस तरह से उनको अपमानित किया गया, उसे देखते हुए यह स्पष्ट हो चुका था कि वो बीजेपी में शामिल होंगे। हम उनका तहे दिल से स्वागत करते हैं। उनका झामुमो से रूखसत होना हेमंत सोरेन के लिए बहुत बड़ा झटका है। उन्हें बिना सूचित किए विधायक दल की बैठक आहूत की गई। उन्हें किसी ने खबर करना जरूरी तक नहीं समझा। यही नहीं, मुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने से रोका गया। उनके साथ सौतेला व्यवहार किया गया। उन्हें सरकारी कार्यक्रम में जाने से रोका गया। यह उनके लिए अपमान का विषय था, जिसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने लिए अलग रास्ता चुना।”
उन्होंने आगे कहा, “चंपई सोरेन का बीजेपी में शामिल होना झारखंड मुक्ति मोर्चा के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। चंपई सोरेन का यह कदम डूबते हुए जहाज (झारखंड मुक्ति मोर्चा) को जल्दी डुबाएगा। चंपई सोरेन कोल्हान में कद्दावर नेताओं में से एक थे। वे कोल्हान टाईगर के रूप में जाने जाते थे, लेकिन इससे एक बात साफ है कि झामुमो में जो परिवार के बाहर का नेता होता है, उसे कोई तवज्जो नहीं दी जाती है। उसका सिर्फ और सिर्फ इस्तेमाल किया जाता है, जैसा कि चंपई सोरेन के साथ हुआ। अब वो बीजेपी में शामिल होंगे। निसंदेह इससे पार्टी को झारखंड में मजबूती मिलेगी।”
बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में अपनी उपेक्षा से व्यथित होने के बाद चंपई सोरेन ने नई राह तलाशने का फैसला किया। पहले बताया जा रहा था कि वो अपनी नई पार्टी बनाएंगे, लेकिन सोमवार को अमित शाह के साथ हुई मुलाकात ने उनके बीजेपी में शामिल होने की खबर परआधिकारिक मुहर लग गई है।

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