मुजफ्फरनगर पुलिस के आदेश को अखिलेश यादव ने बताया असामाजिक, मंशा पर उठाए सवाल

Akhilesh Yadav called the order of Muzaffarnagar police anti-social, raised questions on its intention

लखनऊ, 18 जुलाई:कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में प्रशासन की ओर से एक आदेश जारी किया गया। जिस पर सपा अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव नाराज हो गए। उन्होंने अपनी नाराजगी सोशल प्लेटफॉर्म पर जाहिर कर दी। अखिलेश यादव ने प्रशासन से सवाल किया, “…. और जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा?”उन्होंने आगे लिखा, माननीय न्यायालय स्वत: संज्ञान ले और ऐसे प्रशासन के पीछे के शासन तक की मंशा की जाँच करवाकर, उचित दंडात्मक कार्रवाई करे। ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं, जो सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं।सांसद की ये प्रतिक्रिया उस खबर पर आई है जिसमें दावा किया गया है कि मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा के दौरान एक फरमान जारी किया है। जिसमें अपील की गई है कि सभी दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर अपनी पहचान को साझा करें और दुकान के बाहर अपना नाम जरूर लिखें।
हाल ही में मुजफ्फरनगर एसएसपी की ओर से एक फरमान जारी किया गया। इसके तहत आदेश दिया गया कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकान के मालिकों को अपनी दुकान पर मालिक का नाम लिखना होगा। आदेश के मुताबिक दुकान पर दुकानदार का नाम स्पष्ट लिखा होने से असमंजस की स्थिति नहीं होगी।जिला पुलिस के इस फैसले पर एआईएमआईएम अध्‍यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पहले ही ऐतराज जता चुके हैं। उन्होंने कहा है कि ऐसा करके मुसलमानों को कांवड़ यात्रा से दूर किया जा रहा है।

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