मुंबई में रणवीर इलाहाबादिया के घर पहुंचीं मुंबई और असम पुलिस की टीमें, फ्लैट मिला बंद

 

मुंबई, 14 फरवरी । स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में पेरेंट्स पर अश्लील जोक्स करने पर यूट्यूबर-पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मुंबई पुलिस और असम पुलिस की टीमें शुक्रवार को उनके घर पर पहुंचीं, लेकिन फ्लैट बंद पाकर खाली हाथ वापस लौट गईं।

यूट्यूब शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में की गई विवादास्पद टिप्पणी की जांच के तहत मुंबई और असम पुलिस की टीमें पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया के आवास पर पहुंची थीं, लेकिन वहां ताला लगा हुआ था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका फोन भी बंद है और पुलिस उनसे संपर्क नहीं कर पाई है।

एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, “रणवीर इलाहाबादिया की विवादास्पद टिप्पणी के संबंध में जांच शुरू करने वाली मुंबई पुलिस शुक्रवार को वर्सोवा इलाके में उनके फ्लैट पर गई, लेकिन वह बंद मिला।”

इलाहाबादिया को उनके विवादास्पद बयानों की जांच के सिलसिले में गुरुवार को खार थाने में उपस्थित रहने के लिए कहा गया था। लेकिन उनके उपस्थित न होने पर पुलिस ने दूसरा समन जारी कर उन्हें शुक्रवार को उपस्थित होने के लिए कहा।

पॉडकास्टर इलाहाबादिया ने खार पुलिस से अनुरोध किया था कि उनका बयान उनके आवास पर दर्ज किया जाए, लेकिन उनका अनुरोध ठुकरा दिया गया।

इस बीच, असम पुलिस की भी एक टीम रणवीर इलाहाबादिया से पूछताछ करना चाहती है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “मुंबई और असम पुलिस की टीमें आज सुबह वर्सोवा स्थित इलाहाबादिया के फ्लैट पर गईं, लेकिन वहां ताला लगा मिला। इसके बाद दोनों टीमें खार थाने लौट गईं।”

समय रैना ने बीते दिनों अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल से शो के सभी वीडियो हटा दिए हैं।

समय रैना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा था, “जो कुछ भी हो रहा है, उसे संभालना मेरे लिए बहुत मुश्किल है। मैंने अपने चैनल से ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ के सभी वीडियो हटा दिए हैं। मेरा एकमात्र उद्देश्य लोगों को हंसाना और अच्छा समय बिताना था। मैं सभी एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करूंगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी जांच निष्पक्ष रूप से पूरी हो।”

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना और अन्य को तलब किया है। साथ ही यूट्यूबर्स द्वारा कथित तौर पर की गई अपमानजनक और नस्लवादी टिप्पणियों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। मामले की सुनवाई 17 फरवरी को निर्धारित की गई है।

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