दक्षिण कोरिया राजनीतिक संकट : जांचकर्ताओं ने यून को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने के लिए की वारंट की मांग

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सोल, 17 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण कोरियाई जांचकर्ताओं ने शुक्रवार को राष्ट्रपति यून सुक योल को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने के लिए वारंट मांग की। उच्च पदस्थ अधिकारियों के लिए भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (सीआईओ) ने सोल पश्चिमी जिला न्यायालय में यह अनुरोध दायर किया था। 15 जनवरी को यून को उनके निवास पर हिरासत में लिया गया था और पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत केंद्र में ले जाया गया।

दक्षिण कोरिया के संवैधानिक इतिहास में यह पहली बार है जब किसी वर्तमान राष्ट्रपति के लिए गिरफ्तारी वारंट मांगा गया है।

सीआईओ ने कहा कि यून पर विद्रोह का नेतृत्व करने और सत्ता का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है। इसने कथित अपराधों की गंभीरता और फिर से होने के जोखिम को वारंट मांगने के कारणों के रूप में जिक्र किया है।

हिरासत में लिए जाने के बावजूद यून ने पूछताछ के लिए उपस्थित होने से इनकार कर दिया है।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने अपनी हिरासत की वैधता की समीक्षा के लिए सोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक अनुरोध दायर किया। अदालत ने गुरुवार रात को अनुरोध को खारिज कर दिया और उन्हें हिरासत में ही रखा।

इससे पहले दिन में, हिरासत में लिए गए दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यूं सुक योल के समर्थकों ने सोल पश्चिमी जिला न्यायालय के सामने रात भर रैलियां कीं, जहां जांचकर्ताओं से औपचारिक रूप से यून को गिरफ्तार करने के लिए वारंट दाखिल करने की उम्मीद थी।

यून के समर्थन में लोग गुरुवार देर रात अदालत के बाहर इक्ट्ठा हुए। समर्थक वारंट के अनुरोध से जुड़े दस्तावेजों को अदालत में पहुंचाने से जांचकर्ताओं को रोकने की कोशिश कर रहे थे।

एक 20 वर्षीय व्यक्ति को अदालत के एक कर्मचारी को धक्का देने के बाद घटनास्थल पर हिरासत में लिया गया।

पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को अदालत के सामने इकट्ठा होने से रोका, तो वे पास के एक पार्क में चले गए और अपनी रैली जारी रखी।

सोल की एक अदालत ने शुक्रवार को राष्ट्रपति यून की हिरासत को चुनौती देने वाली याचिका को भी खारिज कर दिया।

जांचकर्ताओं ने माशर्ल लॉ आदेश की जांच में पूछताछ के लिए पेश होने के लिए तीन समन की अनदेखी करने के बाद यूं को 15 जनवरी को हिरासत में लिया था।

बता दें राष्ट्रपति यून ने 03 दिसंबर की रात को दक्षिण कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया। मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा। हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया।

नेशनल असेंबली राष्ट्रपति यून सुक-योल और उनकी जगह लेने वाले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी है। उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री चोई सांग-मोक कार्यवाहक राष्ट्रपति और कार्यवाहक प्रधानमंत्री दोनों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

–आईएएनएस

एमके/

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इनपुट. आईएएनएस के साथ

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