14 अगस्त, 2024 को मॉपअप दिवस आयोजित किया जायेगा जिलाधिकारी

10 अगस्त को कृमि दिवस के रूप में सभी बच्चों को दवा खिलाने का दिया निर्देश

 

 

 

रिपोर्ट राकेश श्रीवास्तव

सगड़ी आजमगढ़

जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज ने कहा कि सभी ब्लॉकों/सीएचसी/पीएचसी को दवा और रिपोर्टिंग फॉर्मेट को समय पर उपलब्ध सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्र आधारित डिवार्मिंग कार्यक्रम के दिशा निर्देशों को सभी ब्लॉकों के साथ साझा करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से कार्यक्रम की तैयारी का अनुश्रवण करें तथा सुनिश्चित करें कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूर्ण हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि डिवार्मिंग कार्यक्रम के महत्व और इसके कार्यान्वयन के लाभों का व्यापक प्रचार प्रसार प्रिंट मीडिया एवं अन्य माध्यम से कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी ब्लॉकों से कवरेज डेटा की समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाए।

जिलाधिकारी ने उक्त निर्देश कल देर सायं कलेक्ट्रेट सभागार में आगामी 10 अगस्त को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम अगस्त 2024 के दृष्टिगत जिला स्तरीय/ब्लॉक/नगर स्तरीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि आशा/आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एक माइक्रो प्लान तैयार करें, जिसमें उनके कार्य क्षेत्र के समस्त लक्षित आयु वर्ग की सूची संलग्न करें, जिन्हें अभियान के दौरान स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर 10 अगस्त को दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आईसीडीएस विभाग निजी विद्यालय के प्रबंधकों को नोडल नामित कर सुनिश्चित करेंगे कि लक्षित आयु वर्ग को अल्बेंडाजोल की गोली खिला दी गयी है।

जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का उच्च स्तर बनाए रखने के लिए सामुदायिक जागरूकता की जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए डिजिटल माध्यम (सोशल और मास मीडिया) का प्रयोग किया जाए, जिससे स्थानीय लोगों तक अधिक से अधिक जानकारी पहुंचे। उन्होंने कहा कि आईईसी और प्रशिक्षण सामग्री के वितरण में डिजिटलाइजेशन और तकनीकी का इस्तेमाल किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि कृमि नियंत्रण से बचाव, ईलाज और फायदे के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि जनमानस को नाखून साफ रखने, हमेशा साफ पानी पीने, खाने को ढ़क कर रखने, साफ पानी से फल व सब्जियां धोने, आसपास सफाई रखने, जूते पहनने, खुले में शौच न करने एवं अपने हाथ खाने से पहले साबुन से धोने के लिए जागरुक किया जाय। उन्होंने कहा कि लोगों को बताया जाए कि एल्बेंडाजोल की गोली के प्रयोग से स्वास्थ्य पोषण में सुधार, रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि, एनीमिया निमंत्रण, समुदाय में कृमि संक्रमण के व्यापक में कमी, सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार तथा वयस्क होने पर काम करने की क्षमता में वृद्धि होती है।

जिलाधिकारी ने कहा कि 1 से 19 वर्ष तक के आयु के सभी बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिये प्रदेश में कृमि मुक्ति अभियान का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाता है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस दिनांक 10 अगस्त, 2024 को आयोजित किया जायेगा। छूटे हुये बच्चों को आच्छादित करने के लिए दिनांक 14 अगस्त, 2024 को मॉपअप दिवस आयोजित किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में एल.एफ.एम.डी.ए. फाइलेरिया रोधी अभियान के अंतर्गत कृमि नाशक औषधि एल्बेण्डाजोल खिलाई जायेगा। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के माध्यम से 01 से 05 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों, 06 से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले सभी बालक/बालिकाएं एवं ईट भट्टों इत्यादि पर कार्य करने वाले श्रमिक एवं घुमन्तू लाभार्थियों को अच्छादित किया जायेगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि जो बच्चे गोली नहीं चबा सकते हैं, उन्हें दो चम्मचों के बीच चूरा करके अथवा पीस करके गोली को स्वच्छ पानी के साथ खिलायें।गोली देने से पूर्व सुनिश्चित करें कि बच्चा बीमार तो नहीं है अथवा बच्चा पूर्व से किसी प्रकार की बीमारी की दवा नहीं खा रहा है, यदि ऐसा है तो यह सुनिश्चित करे कि ऐसे बच्चे को कृमि मुक्ति की दवा नहीं खिलायी जायेगी। कृमि संक्रमण की अधिकता के कारण कुछ मामूली प्रतिकूल लक्षण जैसे- चक्कर आना, जी मचलाना, सरदर्द, उल्टी, दस्त, थकान जैसा अनुभव होने की संभावना हो सकती है। ये कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाते हैं। किसी भी प्रकार के प्रतिकूल लक्षण की स्थिति में बच्चे को खुले एवं छायादार स्थान पर लिटाया जाये तथा साफ स्वच्छ पेयजल दिया जाये। जनपदों में बड़े निजी विद्यालयों में अभियान के दौरान टैबलेट एल्बेण्डाजोल खिलाने हेतु आर. बी.एस. के टीम के सदस्यों एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को जिम्मेदारी देकर अधिक से अधिक बच्चों को आच्छादित किया जाये। कृमि मुक्ति की दवा खिलाने हेतु मिड डे मील तक का इंतजार न करें तथा यथासंभव प्रथम सत्र (सुबह) में ही बच्चों को दवा खिलाना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम प्रधानों द्वारा ग्राम सभा क्षेत्र के अंतर्गत विद्यालय और आंगनवाड़ी केंद्रों पर कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन में प्रतिभाग कराएं। ग्राम प्रधानों द्वारा समुदाय के साथ बैठक कर जन सामान्य को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस हेतु जागरूक करें। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस से सम्बंधित संदेशो का कूड़ा गाडी के माध्यम प्रचार प्रसार करवायें। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम से सम्बंधित संदेशो का दीवार लेखन करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि महिला कल्याण विभाग के अंतर्गत सभी बाल सुधार गृहों में पंजीकृत बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर एल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर अपने जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित किया जाये।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र की आशा एवं आगनवाली कार्यकत्रियों के सहयोग से एन.डी.डी. कार्यक्रम के सफल कियान्वन हेतु अभिमुखीकरण तथा समन्वय स्थापित किया जाये। समस्त पंजीकृत/अपंजीकृत लाभार्थियों को प्रोत्साहित कर आंगनबाड़ी केन्द्र पर एल्बेण्डाजोल की गोली खिलवायें। जिलाधिकारी ने कहा कि आशा लाभार्थी सूची के अनुसार समस्त लाभार्थियों को गोली खिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्वयं सेवकों द्वारा समुदाय जागरूकता गतिविधियां जैसे प्रभात फेरी, समुदाय में अभिभावकों के साथ बैठक कर कृमि नियंत्रण के लाभ और अभियान का प्रचार-प्रसार कराएं।

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 अशोक कुमार, एसीएमओ डॉ0 अरविन्द चौधरी समस्त एमओआईसी, जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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