मानवता के प्रकाश से समाज का प्रकाश संभव – प्रा, गायकवाड

हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी – भारतीय संविधान के अमृत महोत्सव वर्ष को ध्यान में रखते हुए बौध्द साहित्य प्रसारण संस्था केन्द्रीय कार्यकारणी संचालित महाराष्ट्र समिति व्दारा आयोजित *मानवतेचा प्रकाश* (मानवता का प्रकाश)काव्य संग्रह का उदधाटन कलवा स्थित नालंदा बुध्दविहार मे उत्साह पुर्वक संपन्न किया गया। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष जेष्ठ साहित्यकार प्रा,शुक्राचार्य गायकवाड के हाथो पुस्तक *मानवताचे प्रकाश* का विमोचन हर्षोलाश वातावरण में संपन्न किया गया।मानवतेचापुस्तक काव्य संग्रह प्रकाशन के अवसर पर अपने संबोधन में प्रा, शुक्राचार्य गायकवाड ने कहा कि यह काव्य संग्रह आशावादी,मानव हितकारी के साथ-साथ समाज को प्रकाश मय बनाने तथा नई दिशा देने का कार्य करेगा। इस काव्य संग्रह को प्रकाशित करते समय मुझे अपार खुशी हुई। जो मैं शब्दों से नहीं व्यक्त कर सकता सिर्फ अनुभव कर सकता हूं। इस अवसर पर प्रमुख मेंहमान राजरत्न अडसुल व्दारा प्रयत्न शील कवीयों को प्रोत्साहित करते हुए कहा है कि नये कवियों को सीख के लिए बौध्द साहित्य प्रसार के माध्यम से प्रा,शुक्राचार्य गायकवाड एक प्रेरणणा श्रोत हैं । पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए एडोकेट धम्मकिरण चेन्ने व भीमराव रायभोले ने इस पुस्तक की भूरी मेरी प्रशंसा की ।आये हुए मेहमानों का पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया गया। सूत्र संचालन नवनाथ रणखांंब ने किया। आभार प्रदर्शन शयाम बैसाणे ने किया। कार्यक्रम में आमंत्रित मेहमानो के अलावा बौध्द साहित्य प्रसार संस्था के पदाधिकारियों तथा भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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