सरकार के पास सिर्फ मुसलमानों को नुकसान पहुंचाने वाले मुद्दे हैं : राशिद अल्वी

[ad_1]

नई दिल्ली, 27 फरवरी (आईएएनएस)। संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट के आधार पर बदलावों के साथ वक्फ संशोधन विधेयक को संसद के बजट सत्र के दौरान ही पेश करने की सरकार की योजना पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने गुरुवार को केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह सरकार मुसलमानों के खिलाफ है।

कांग्रेस नेता ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, “सरकार के पास मुसलमानों को नुकसान पहुंचाने वाले मुद्दों के अलावा कोई दूसरा मुद्दा नहीं है। वह कभी तीन तलाक का कानून पास करती है तो कभी यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लाती है। यूसीसी कानून को सुधार के लिए नहीं लाया जा रहा है, बल्कि इसलिए लाया जा रहा है कि मुसलमान इसके खिलाफ हैं। मुसलमान तीन तलाक की मुखालिफत करता है, इसलिए इसे भी लाया गया। ऐसे में वक्फ का कानून भी इसलिए बदलेगा, क्योंकि मुस्लिम समाज इसकी मुखालिफत करता है।”

उन्होंने कहा, “इन सबके बाद भी पीएम मोदी सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं। वह सिर्फ एक समुदाय का विश्वास जीतने के लिए देश में दूसरे समुदाय के खिलाफ काम करते हैं। यह सरकार मुसलमानों के खिलाफ है। जब तक भाजपा की सरकार रहेगी, ऐसी बातें होती रहेंगी, जो मुसलमानों की आस्था, मजहब और विचारधारा के लिए टकराव पैदा करें। अगर वक्फ कानून सदन से पास होता है, तो यह देश के इतिहास का काला दिन होगा।”

दिल्ली विधानसभा में कैग रिपोर्ट पेश करने को लेकर उन्होंने कहा, “अगर कैग की कोई रिपोर्ट आई है, तो उसकी जांच होनी चाहिए। लेकिन मैं भाजपा से बोलना चाहता हूं कि वह अपने वादों को पूरा करे।”

ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के ‘आईआईटी रांची’ में वर्चुअल संवाद के दौरान हैकिंग के आरोपों को सरकार और ट्रिपल आईटी रांची ने गलत बताया है। इस पर राशिद अल्वी ने कहा कि इस बात की क्या सच्चाई है, मुझे नहीं मालूम। इसका जवाब खुद सैम पित्रोदा ही दे सकते हैं।

–आईएएनएस

एससीएच/एकेजे

[ad_2]

Disclaimer : ऑटो फ़ीड्स द्वारा यह न्यूज़/समाचार स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। hindektatimes.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन इस न्यूज़/समाचार में नहीं किया गया है। इस न्यूज़/समाचार की एवं इसमें उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की हैद्य न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है।
इनपुट. आईएएनएस के साथ

Related Articles

Back to top button