दिव्यांग को लेखपाल ने सहयोगी के साथ मार पीट कर घायल किया।
रिपोर्ट: अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख घोसी मऊ।
घोसी। घोसी तहसील में दिव्यांग को विवाद पर लेखपालो द्वारा मारपीट कर लहूलुहान करने का मामला सामने आया है। जब दिव्यांग वारिश प्रमाण पत्र बनवाने के लिये तहसील में लेखपाल के पास गया था। दिव्यांग सत्येंद्र चौहान नेआरोप लगाया कि कार्य के लिए अधिक धन मांगने पर एवं विरोध करने पर लेखपाल अपने सहयोगी के साथ मिलकर मार पीट कर लहूलुहान कर दिया। मामले को लेकर दिव्यांग ने एसडीएम अभिषेक गोस्वामी से न्याय की गुहार लगाया है। मामले में एसडीएम ने जाँच कर उचित कारवाई का आश्वासन दिया है।वही लेखपाल भी अन्य लेखपालो के साथ उसके विरुद्ध कार्यवाही हेतु कोतवाली पहुँचे।
तहसील क्षेत्र के मुजडांड निवासी सत्येंद्र चौहान लगभग 75% दिव्यांग है। यूनियन बैंक में जमा रुपये होने को लेकर तहसील में वारिश प्रमाण पत्र के लिए प्रार्थना पत्र दिया था।इसको लेकर वह 14 दिनों से तहसील का चक्कर लगा रहा था। उसको मंगलवार को तहसील आने को कहा था। जिसे लेकर दिव्यांग सत्येंद्र अपने परिजनों को लेकर लेखपाल के पास गए। जहाँ आरोप है कि लेखपाल वारिस प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर पाँच से छः हजार रुपयों की मांग करने लगा। जिसे लेकर दिव्यांग ने ज्यादा रुपये की बात कहते हुए असमर्थता जताया। आरोप है कि नाराज लेखपाल रवि अपने दो दबंगों के साथ दिव्यांग सत्येंद्र को मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। दिव्यांग किसी तरह भाग कर जान बचाया। दिव्यांग सत्येंद्र ने यह भी कहा कि दबंग लेखपाल ने कहा कि सरकारी कागजों को फाड़कर तुम्हें फसा देंगे । इस घटना से दुःखी सत्येंद्र चौहान लेखपाल की शिकायत एसडीएम अभिषेक गोस्वामी से किया। एसडीएम ने मामले में बताया कि दो लेखपालों के नाम सामने आए है। नायब तहसीलदार को जांच दी गई है। जाँच के बाद उचित कारवाई की जाएगी।