घोसी कोतवाली मे तैनात उपनिरीक्षक के विरुद्ध अधिकारियों के निर्देश पर मुकदमा दर्ज।
रिपोर्ट :अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख घोसी मऊ।
घोसी। घोसीकोतवाली क्षेत्र के पकड़ी बुजुर्ग निवासी फूला देवी की तहरीर पर शुक्रवार की रात्रि में पुलिस ने घोसी कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक सूरज सिंह के साथ ही एक सिपाही एवं पकड़ी गांव के चार लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच कर रही है। बताते चले कि उपनिरीक्षक सूरज सिंह की 18 मई 2025को शादी होना सुनिश्चित है।जिसके कारण वह छुट्टी पर घर गए हुए हैं।
घोसी कोतवाली क्षेत्र के पकड़ी बुजुर्ग गांव निवासी फूला देवी पत्नी जितेन्द्र निषाद ने घोसी कोतवाली में केस दर्ज कराते हुए बताया कि कुछ लोगों ने उसके पति के खिलाफ 2022 में मुकदमा दर्ज कराया गया है।लेकिन वह इस मामले में कोर्ट से अग्रिम जमानत कराकर इस संबंध में सभी पुलिस अधिकारियों को डाक द्वारा सूचित किया गया था।आरोप लगाया कि इसके बाद भी जिसके बाद भी घोसी कोतवाली के उपनिरीक्षक सूरज सिंह अपने हमराही एक सिपाही के साथ गांव के ही विपक्षी शिवकुमार यादव,रामप्रसाद यादव ,रामाप्रताप यादव एवं मनोज निषाद के प्रभाव में आकर 23 अप्रैल की दोपहर 12 बजे में उसके पति जितेन्द्र निषाद को गिरफ्तार कर ले गये और जहां उसने बचने की कोशिश में ताल में कूद गया। उसके बाद उसे वापस निकालकर पिस्टल तानते हुए पिस्टल के बट्टे से मारने पीटकर घायल करते हुए जान से मारने की धमकी देने हुए गंभीर रुप से घायल कर दिया।जिसकी जानकारी मिलने पर हम लोगों द्वारा उसका उपचार घोसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर किया जा रहा है। बताते चलें कि उपनिरीक्षक सूरज सिंह की 18मई 2025को शादी समारोह सुनिश्चित है।जिसके कारण घर छुट्टी पर है।वहीं इस मामले में सीओ दिनेशदत्त मिश्र ने बताया कि महिला फूला देवी के पति जितेन्द्र निषाद पर 15000रूपये का ईनाम घोषित है।पुलिस गिरफ्तार करने गई तो भागते समय गढ्ढे में गिर गया।जिसके कारण चोट लगी है।रहीं बात जिस उपनिरीक्षक को पिस्टल तानते हुए मारपीट की बात कर रही हैं,उन्हें पिस्टल जारी नहीं है।महिला के परिवार और गांव की राजनीति को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं।इस संबंध में पुलिस फूला देवी की तहरीर पर शुक्रवार की रात्रि में घोसी कोतवाली में तैनात दरोगा सूरज सिंह के साथ ही छः लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच कर रही है।इस संबंध में कोतवाल मनोज सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जाच मे मामला गलत पाए जाने पर उपनिरीक्षक का नाम हटा दिया गया है।