घोसी के पत्रकार विवेक चौहान के पिता स्वमरछू चौहान की दूसरी पुण्यतिथि लोगों ने दी श्रधांजलि।
रिपोर्ट :अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख घोसी मऊ।
घोसी। घोसी नगर के कस्बा बाजार निवासी पत्रकार विवेक चौहान के पिता की दूसरी पुण्य तिथि पर रविवार को लोगों ने श्रधांजलि अर्पित किया।कहते हैं कि एक बेघर ही घर की असली अहमियत समझ सकता है उसी तरह एक बेटा ही पिता की अहमियत तब पूरी तरह समझ पाता है जब वह पिता उसे इस दुनिया में अकेला छोड़ जाते हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय घोसी कस्बा बाज़ार निवासी विवेक चौहान भी इस गहरी अनुभूति से गुज़र चुके हैं। रविवार को पत्रकार विवेक चौहान के पूज्य पिता मरछू चौहान की दूसरी पुण्यतिथि पर लोगों ने उक्त विचार व्यक्त किया।
मरछू चौहान का जीवन सादगी, अनुशासन और आत्मसम्मान की मिसाल रहा। उन्होंने अपने परिवार को न केवल नैतिक मूल्यों की सीख दी बल्कि जीवन में विपरीत परिस्थितियों में भी डटकर खड़े रहने का साहस भी संजोया। वे उन लोगों में से थे जिनका प्रभाव केवल उनके घर-परिवार तक सीमित नहीं रहा बल्कि आस-पास के समाज में भी उनकी एक छवि थी – एक मार्गदर्शक, एक सजग नागरिक और एक विचारशील पुरुष की। पुण्यतिथि के अवसर पर परिवारजन और उनके निकटवर्ती लोग एकत्र होकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे और उनकी यादों को साझा करेंगे। यह क्षण केवल शोक का नहीं बल्कि उनके विचारों और आदर्शों को आत्मसात करने का भी होगा।इस अवसर पर रवींद्र उपाध्याय, अतुल शर्मा, उद्देश्य पांडेय, विनोद सोनकर, बन्ने खान,आयुष वर्मा, रोहित आदि उपस्थिति रहे।