आजाद देश में गुलामी का नया दौर लेकर आया था आपातकाल: एके शर्मा
जिला पंचायत सभागार में आयोजित प्रदर्शनी, वीडियो प्रसारण, हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से आपातकाल के त्रासदी व विपत्तियों से जनमानस को किया गया रेखांकित
भदोही। आपातकाल लगाए जाने के 50 वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय लोकतंत्र काला अध्याय ‘‘आपातकाल दिवस’’ पर जिला पंचायत सभागार में बुधवार को प्रदर्शनी व संगोष्ठी का आयोजन किया गया। सूबे के मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री एके शर्मा ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर संगोष्ठी को संबोधित किया।
इस दौरान सूचना विभाग द्वारा आपातकाल आधारित 2 डाक्यूमेंट्री मूवी के माध्यम से आपातकाल से जुड़ी त्रासदी व विपत्तियों से जनमानस को अवगत कराया गया। कैनवास सेट पर उपर्युक्त सहित बड़ी संख्या में जनमानस ने सामूहिक हस्ताक्षर अभियान में अपनी सहभागिता दर्ज कराई। कार्यक्रम स्थल पर देशभक्ति गीत फिल्म में लोकतंत्र और देशभक्ति की थीम से हुए गीत लगातार बजाए गए। उपर्युक्त कार्यक्रम समस्त विधानसभा व तहसील एवं विकासखंडों में भी आयोजित किया गया। प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री का आपातकाल दिवस विषयक संदेश ‘‘आपातकाल के उन बूरे दिनों को भुलाया नही जा सकता। 1975 से 1977 की समयावधि संस्थानों के सुनियोजित तरीके से विनाश की साक्षी रही है। आइए, हम भारत की लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करने के लिए हरसंभव प्रयास करें और हमारे संविधान में निहित मूल्यों पर खरा उतरने का संकल्प लें। मुख्यमंत्री का संदेश भारत के महान लोकतंत्र पर कलंक ‘आपातकाल’ वर्ष 1975 में कांग्रेस पार्टी द्वारा देश पर थोपा गया था। उस अंधकार युग में तमाम अमानवीय यातनाओं को सहते हुए लोकतंत्र की पुनर्स्थापना हेतु संघर्ष करने वाले सभी पुण्यात्मा सत्याग्रहियों को नमन’। सहित आपात काल के विभिन्न आयामों को प्रदर्शित कर जनमानस को गहन चिन्तन सहित लोकत्रांतिक व संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूक भी किया गया। मंत्री एके शर्मा ने आपातकाल समय को याद कर बताया कि उन दिनों मैं हाईस्कूल का छात्र था। मैनें आपातकाल की त्रासदी व विपत्तियों को झेला हूं। उन दिनों सत्ता पर संकट के दृष्टिगत आपातकाल लगाया गया। जो भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय साबित हुआ। अनैतिक संसोधनों से संविधान पर हमला हुआ। 38वें से 42वें संसोधन कर संविधान की आत्मा का हत्या की गई।
इस मौके पर सांसद डॉ.विनोद कुमार बिंद, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, विधायक औराई दीनानाथ भास्कर, जिलाध्यक्ष भाजपा दीपक मिश्र, डीएम शैलेश कुमार, एसपी अभिमन्यु मांगलिक,
अतिरिक्त नवागत सीडीओ बाल गोविंद शुक्ल, एडीएम कुंवर वीरेंद्र मौर्य, डीआईओ डॉ.पंकज कुमार, डीआईओएस अंशुमान, अपर मुख्य अधिकारी अनिल त्यागी, प्रभारी बीएसए विकास चौधरी, केएनपीजी के डॉ.राहुल कुमार, पूर्व विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी, ज्ञानपुर चेयरमैन घनश्याम दास गुप्ता आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।