UP news:सामाजिक न्याय के योद्धा पूर्व सांसद इलियास आज़मी की जयंती 22 अगस्त को देशभर में मनाएगी इस्लाम पार्टी हिंद: डॉ. एस. अकमल
Islam Party Hind will celebrate the birth anniversary of social justice warrior former MP Ilyas Azmi on 22nd August across the country: Dr. S. Akmal
इटावा/नई दिल्ली।बहुजन आंदोलन के प्रखर सेनानी, मुस्लिम समाज के आवाज़, और सामाजिक न्याय के प्रतीक रहे पूर्व सांसद मरहूम इलियास आज़मी की 91वीं जयंती आगामी 22 अगस्त 2025 को इस्लाम पार्टी हिंद और इंसानी भाईचारा बनाओ समिति के संयुक्त तत्वावधान में देशभर में धूमधाम से मनाई जाएगी। यह घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं इंसानी भाईचारा बनाओ समिति के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. एस. अकमल ने जनपद इटावा में आयोजित एक विशेष बैठक के दौरान की।बैठक एडवोकेट मोहम्मद फहीम अब्बास के निवास पर संपन्न हुई, जिसमें पूर्व में बसपा सुप्रीमो कांशीराम के इटावा लोकसभा प्रभारी रह चुके वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक ख़ादिम अब्बास समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।
इलियास आज़मी: मजलूमों की आवाज़, संघर्ष का प्रतीक
डॉ. एस. अकमल ने कहा कि इलियास आज़मी साहब परिचय के मोहताज नहीं। उन्होंने मजलूम, अल्पसंख्यक और सर्वहारा वर्ग के अधिकारों के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष किया। उनका जन्म 22 अगस्त 1934 को आजमगढ़ जिले की फूलपुर तहसील में हुआ था। वे 2004 में शाहबाद और 2009 में खीरी लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के सांसद निर्वाचित हुए। उनका निधन 4 जून 2023 को 88 वर्ष की आयु में दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में हुआ।पूर्व में वे ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के शीर्ष नेता रहे, जहाँ उन्हें डॉ. अब्दुल जलील फरीदी का मार्गदर्शन प्राप्त था। उन्होंने 1967 में मुस्लिम मजलिस और आरपीआई के गठबंधन में अहम भूमिका निभाई और दलित-मुस्लिम एकता के नारे देकर राजनीतिक हलचल मचा दी थी:
“दलित मुसलमां करो विचार, कब तक सहोगे अत्याचार, दलित मुस्लिम भाई-भाई, हिंदू कौम कहां से आई।”
इटावा बनेगा मुख्य कार्यक्रम का केंद्र
ख़ादिम अब्बास ने कहा कि इलियास आज़मी साहब की जयंती का मुख्य कार्यक्रम इटावा में आयोजित होना चाहिए क्योंकि यही बसपा संस्थापक कांशीराम की कर्मभूमि रही है। उन्होंने कहा कि यह वही ज़मीन है जहां से कांशीराम साहब ने बहुजन आंदोलन का बिगुल फूंका और पहला चुनाव जीता।इस प्रस्ताव को डॉ. एस. अकमल ने स्वीकार करते हुए घोषणा की कि इटावा में आयोजित होने वाले भव्य जयंती समारोह की कमान जिला अध्यक्ष एडवोकेट तस्लीम खान मंसूरी को सौंपी गई है। समारोह में देशभर से बड़ी संख्या में सामाजिक न्याय के योद्धा, राजनेता और बुद्धिजीवी शिरकत करेंगे।
जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगी ये प्रमुख हस्तियां
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में इलियास आज़मी के समकालीन और अनुयायी प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
स्वामी प्रसाद मौर्य (पूर्व मंत्री)
दद्दू प्रसाद (पूर्व मंत्री)
नसीमुद्दीन सिद्दीकी (पूर्व मंत्री)
डॉ. मसूद (पूर्व मंत्री)
चंद्रशेखर आज़ाद (राष्ट्रीय अध्यक्ष, आज़ाद समाज पार्टी कांशीराम)
डॉ. बी. पी. अशोक (पूर्व आईपीएस अधिकारी)
जनाब मसूद जीलानी, जनाब कमर आलम,
प्रो. राम बख्श वर्मा (पूर्व सांसद)
बी. डी. नक़वी (पूर्व जिला जज)प्रो
सुलेमान साहब सहित अन्य गणमान्य।
“खतरे उठाने वाले योद्धा थे इलियास आज़मी”
ख़ादिम अब्बास ने कहा कि इलियास आज़मी साहब ना सिर्फ सामाजिक न्याय के सच्चे ध्वजवाहक थे, बल्कि सांप्रदायिक ताकतों से बिना डरे जूझने वाले योद्धा भी थे। वे साफगोई और साहस की मिसाल थे। उन्होंने कहा कि उनका जीवन संघर्ष और दृढ़ निश्चय का उदाहरण है – उन्होंने जो ठान लिया, उसे करके ही माने।इस ऐतिहासिक आयोजन के माध्यम से न सिर्फ इलियास आज़मी की स्मृति को श्रद्धांजलि दी जाएगी, बल्कि उनके सिद्धांतों, विचारों और संघर्ष की रोशनी में नए भारत के सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाया जाएगा।