Deoria news, सशक्त राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका
In building a strong nation Important role of youth
देवरिया। सकारात्मक सोच, उद्यमिता और अपने स्वयं के निर्माण, देशप्रेम से सशक्त राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। उक्त बातें क्षेत्र के पवटवा ग्राम में चल रहे श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के अन्तर्गत डॉ मनमोहन मिश्र ने कहा।मनुष्य जन्म सभी पुरुषार्थों का साधन है, ऐसा कहकर इस भारतवर्ष में जन्में हुए मनुष्यों की महिमा देवगण इस प्रकार गाते हैं – अहो ! इस भारतवर्ष के मनुष्यों ने कौन से पुण्य किए होंगे ? अथवा क्या श्री हरि उनपर स्वयं प्रसन्न हुए होंगे कि इन्होंने भगवान की सेवा के योग्य मनुष्य जन्म इस भारतवर्ष में पाया है ।यह मनुष्य जन्म श्री हरि की सेवा करने के लिए उपयोगी है । भारतखण्ड कर्मभूमि है , अन्य खण्ड भोगभूमि है । भारत की भौगोलिक स्थिति भी ऐसी है, जो भगवद्भजन और सेवा के लिए उपयुक्त है । ऐसा मनुष्य जन्म जो भारत वर्ष में हो, इसकी कामना देवताओं को भी होती है । हमें अपने को धन्य मानना चाहिए कि हमें भारत वर्ष में मनुष्य जन्म मिला है । अतः इस अवसर का सदुपयोग कर हमें इसका भरपूर लाभ लेना चाहिए । श्रीमद्भागवत महापुराण के महिमा का वर्णन करते हुए कहा भागवत परमहंसों की संहिता है। यह 12 स्कंध 335 अध्याय और 1800
श्लोको में विभक्त हैं।भागवत सुनने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है, पापों से मुक्ति मिलती है, और उसे हिंदू धर्म के दर्शन, सृष्टि, जन्म-मरण आदि का ज्ञान प्राप्त होता है। यह तनाव दूर कर मन को शांति और सकारात्मकता प्रदान करती है। उक्त अवसर पर मुख्य यजमान संगम तिवारी ,निर्मला तिवारी ,सूरज पांडे, आयुष पांडे, धनेश पांडे ,सहित अन्य, श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।