Deoria news, , सती उर्मिला और सती सुलोचना की कथा सुन भावुक हुए श्रद्धालु
सती उर्मिला और एवं सुलोचना की कथा सुन भावुक हुए श्रद्धालु ।
अमिट रेखा ,बरहज देवरिया
स्थानीय बरहज नगर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री विश्वनाथ त्रिपाठी की स्मृति में पांच दिवसीय श्री राम कथा के चौथे दिवस पर, झासी से पधारे राजेन्द्र पाठक ने श्रद्धालुओं को भगवत कथा का रसपान कराते हुए,कहाँ
धर्म और धर्म के बीच लंका के समरांग में युद्ध चल रहा था मेघनाथ द्वारा लक्ष्मण मूर्छित हो गए थे प्रभु श्री राम सहित वानर की सेवा पर संकट का बादल छा गया था ऐसे में हनुमान जी द्वारा सुसैन वैद्य को लाया गया उन्होंने औषधि बताई और स्थान भी हनुमान जी औषधि लेने पहुंचे इधर सती सुलोचना अपने पति की रक्षा के लिए अपनी पूरी तपस्या का फल लगा दिया उधर सती उर्मिला ने अपने पति के लिए अपनी तपस्या भगवान को समर्पित करते हुए पति लक्ष्मण के प्राणों की रक्षा के लिए प्रार्थना कर रही थी इस बीच हनुमान जी औषधि लेकर आए, और लक्ष्मण जी स्वस्थ हो गए इस धर्म और धर्म की लड़ाई में सती उर्मिला जीती वही सुलोचना की हार हुई उन्होंने कहा कि भारत की बेटी बहुएं अपने परिवार एवं कुल की रक्षा के लिए अपना सब कुछ गांव पर लगा देती हैं आगे उन्होंने कहा कि यदि सावित्री नहीं होती तो सत्यवान वापस नहीं आते भारत के महिलाओं में वह शक्ति है जो अपनी शक्ति के बल पर असंभव कार्य को भी संभव कर देती है।
कथा के दौरान वीरेंद्र त्रिपाठी,राजीवमिश्र ,बलभद्रत्रिपाठी ,प्रेमशंकर,पाठक, प्रभु नाथ शर्मा ,सुदर्शन यादव विद्यालय केसंचालक अरविंद त्रिपाठी ,मैनेजर तिवारी ,छोटेलाल तिवारी, आकृति त्रिपाठी, रागिनी सिंह, शिखा पांडे, सलोनी चौरसिया ,सलोनी सिंह, गौतमी शुक्ला, प्रियंका उपाध्याय ,राम गोपाल सोनकर ,बाल बिहारी तिवारी, सत्य प्रकाश तिवारी, राधेश्याम तिवारी, अनुपम त्रिपाठी,प्रिंस तिवारी , फयानाथ ,पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ,उदय शंकर तिवारी, दया शंकर तिवारी, विद्याधर तिवारी, रमेश तिवारी अनजान, सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।