निजामाबाद तहसील क्षेत्र में जमीन विवाद से अफसर परेशान, मामला पहुँचा मुख्यमंत्री दरबार
The house construction dispute reached the Chief Minister's court, and even after three measurements, the dispute remained unresolved.
आजमगढ़। निजामाबाद तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर के गाटा संख्या 127 पर अवैध रूप से मकान निर्माण को लेकर उठा विवाद अब मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंच गया है। मामले में बार-बार शिकायतें किए जाने से राजस्व विभाग के अधिकारी भी परेशान हैं।जानकारी के अनुसार, गाटा संख्या 127 जो कि चक मार्ग के रूप में दर्ज है, उस पर रास्ते को लेकर शंकर पुत्र महावल और पूनम पत्नी सरवन के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। पूनम द्वारा इस प्रकरण में लगातार तीन बार पैमाइश कराई गई, जिसमें आखिरी पैमाइश नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में की गई थी।पैमाइश के दौरान यह स्पष्ट पाया गया कि पूनम का बना हुआ मकान गाटा संख्या 126 (नवीन प्रति) पर स्थित है, जबकि चक मार्ग गाटा संख्या 127 मौके पर खाली पाया गया था। नायब तहसीलदार की मौजूदगी में मार्ग को खाली भी करवाया गया था।इसके बावजूद पूनम द्वारा बार-बार फर्जी तहरीरें देकर प्रशासनिक कार्यवाही को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। शिकायतकर्ता शंकर ने आरोप लगाया कि पूनम तहसील पर गलत तथ्यों के आधार पर शिकायतें दे रही हैं, जिससे अनावश्यक विवाद उत्पन्न हो रहा है।इस संबंध में लेखपाल हरेंद्र पासवान ने बताया कि “तीन बार मौके की पैमाइश कराई जा चुकी है।
एक बार नायब तहसीलदार की मौजूदगी में भी विवाद का निस्तारण किया गया है। पूनम को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हैं।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि लेखपाल हरेंद्र पासवान ने पूरी निष्ठा और पारदर्शिता के साथ अपना कार्य किया है। उन्होंने बिना किसी पक्षपात के तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत कर मामले का समाधान कराने का पूरा प्रयास किया।