अनिल मिश्रा: मानवाधिकार जागरूकता के सशक्त प्रहरी, DPIFF को सामाजिक परिवर्तन की राह पर अग्रसर किया
DPIFF के डायरेक्टर अनिल मिश्रा,गरिमा, समानता और मानवता के मूल्यों के प्रबल समर्थक

नई दिल्ली:अनिल मिश्रा, मैनेजिंग डायरेक्टर, दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल (DPIFF)अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर दी शुभकामनाएँ, जागरूकता बढ़ाने की पहल की सराहना,अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल (DPIFF) ने मानवाधिकारों के संरक्षण, सम्मान और जागरूकता के महत्व पर विशेष संदेश जारी किया।इस अवसर पर DPIFF के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल मिश्रा ने सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि मानव अधिकार केवल कानूनी अधिकार ही नहीं, बल्कि मानव गरिमा का आधार हैं। हर व्यक्ति को समान अवसर, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सम्मानजनक जीवन का अधिकार प्राप्त है—और इन्हें सुरक्षित रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।अनिल मिश्रा ने मानवाधिकारों से जुड़ी महत्वपूर्ण कानूनी जानकारियाँ साझा करते हुए समाज में न्याय, समानता और सह-अस्तित्व की भावना को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एक संवेदनशील और जागरूक समाज ही सच्चे अर्थों में प्रगतिशील हो सकता है।DPIFF की ओर से जारी यह पहल न केवल सांस्कृतिक और रचनात्मक क्षेत्र में संस्था के योगदान को दर्शाती है, बल्कि सामाजिक सरोकारों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी प्रमाणित करती है।अनिल मिश्रा की दूरदर्शी सोच और सकारात्मक नेतृत्व ने DPIFF को केवल एक फ़िल्म समारोह ही नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का वाहक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।उनके मार्गदर्शन में DPIFF लगातार समाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने, कला और सिनेमा के माध्यम से संदेश देने तथा मानवता के मूल्य को सशक्त बनाने के लिए कार्यरत है—जो उनकी संवेदनशीलता, समर्पण और उत्कृष्ट नेतृत्व का शानदार उदाहरण है।


