कौन कहता है कि क्रिसमस का मज़ा केवल बर्फ में आता है? गोदरेज विक्रोली कुचिना ने इस धारणा को तोड़ते हुए भारत के लिए क्रिसमस की एक नई, देसी धुन, ‘जिंगल बेल्स अनरैप्ड’ पेश की है

मुंबई, 17 दिसंबर, 2025:काफी लंबे समय तक क्रिसमस की हमारी कल्पना पश्चिमी फिल्मों, संगीत और पारंपरिक कैरोल्स से गढ़ी जाती रही है। लोकप्रिय संस्कृति के विस्तार के साथ-साथ यह धारणा भी फैलती और मजबूत होती गई। लोकप्रिय संस्कृति में क्रिसमस की छवि अक्सर बर्फ से ढकी सड़कों, भव्य सजावट, उपहारों से सजे क्रिसमस ट्री, स्वादिष्ट व्यंजनों से भरी मेज़ों और तस्वीरों-सी परिपूर्ण पारिवारिक बैठकों के रूप में सामने आती रही है।लेकिन, यह कहानी हर जगह मनाए जाने वाले क्रिसमस की सच्ची तस्वीर नहीं दिखाती। भारत के ज़्यादातर हिस्सों में आज न्यूक्लियर परिवारों (एकल परिवार) की ज़िंदगी ऊंची इमारतों वाले शहरों में सिमट गई है, अक्सर अपने मूल शहरों से दूर। ऐसे में रूममेट्स, दोस्त और सहकर्मी ही परिवार बन जाते हैं। “व्हाइट क्रिसमस” (बर्फ वाला क्रिसमस) तो तभी संभव होता है, जब हम पहाड़ों की ओर हों, और बड़े पारिवारिक जमावड़े अब ज़्यादातर वीडियो कॉल्स और स्क्रीन के ज़रिए साझा किए गए पलों में बदल गए हैं। फिर भी, इन बदलावों ने जश्न मनाने के एक नए रूप का रास्ता खोला है, एक ऐसा उत्सव जो बेहद निजी है, दिल से जुड़ा हुआ और भावनाओं से भरा हुआ।इस बदलाव को पहचानते हुए, गोदरेज इंडस्ट्रीज़ ग्रुप की पाक कला से संबंधित खुद की मीडिया प्रॉपर्टी, गोदरेज विक्रोली कुज़िना ने “जिंगल बेल्स अनरैप्ड” का अनावरण किया है – एक बहुत पसंद किए जाने वाले क्रिसमस गीत का एक नया रूप; जो भारत के अग्रणी ऑल-वोकल एन्सेम्बल वोकट्रोनिका के सहयोग से बनाया गया है, जिसमें गोदरेज यम्मीज़ और सेलिब्रिटी शेफ अमृता रायचंद तथा अजय चोपड़ा शामिल हैं। यह ट्रैक परिचित गीत को एक समकालीन, प्रासंगिक उत्सव में बदल देता है कि आज भारत क्रिसमस का अनुभव कैसे करता है।यह ट्रैक इस विचार को पुष्ट करता है कि विशेष महसूस करने के लिए क्रिसमस का किसी खास तरह का दिखना ज़रूरी नहीं है। यह व्यक्तिगत अनुष्ठानों, छोटे आराम और खुशी की व्यक्तिगत अभिव्यक्तियों का जश्न मनाता है, दर्शकों को याद दिलाता है कि जश्न मनाने का उनका अपना तरीका मान्य है और पर्याप्त है।अभियान के बारे में बात करते हुए, सुजीत पाटिल, चीफ कम्युनिकेशन ऑफिसर, गोदरेज इंडस्ट्रीज़ ग्रुप ने कहा, ‘खाने के शौकीनों के लिए हमारा खुद का मीडिया प्लेटफॉर्म, विक्रोली कुज़िना, आकर्षक कंटेंट बनाने और सकारात्मक संवाद को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक लंबा सफर तय कर चुका है। आज त्योहार यादगार पलों के साथ-साथ समझदारी भरे विकल्पों को अपनाने का भी प्रतीक बन गए हैं। हमारा ‘यम्मीज़’ क्रिसमस जिंगल एक समझदारी भरे, प्रोटीन-युक्त स्नैकिंग की ओर हो रहे बदलाव का उत्सव है, लेकिन हमने इस दौरान क्रिसमस की मस्ती, सहजता और एकजुटता की भावना को बिल्कुल भी कम नहीं होने दिया है। एक झटपट तैयार होने वाला और स्वादिष्ट स्नैक, भागदौड़ भरे दिन को हंसी-मज़ाक से भरी शाम में बदल सकता है, और यही भावना हमने इसमें दर्शाने की कोशिश की है। खुशियां बांटने के हमारे मूल्यों के अनुरूप, हम यम्मीज़ को परिवार और दोस्तों को एक-दूसरे के और करीब लाने का एक सरल माध्यम मानते हैं। इसकी एक-एक स्वादिष्ट बाइट के साथ हम सभी लोगों को एक खुशहाल और सेहतमंद क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हैं।गरम नाश्ता, जो अपनों के साथ बांटा जाता है, वह जाना-पहचाना स्वाद, जो पुरानी यादें ताज़ा कर दे, या फिर कोई छोटा-सा लेकिन सुकून देने वाला व्यंजन बनाने की प्रक्रिया- इन सब के ज़रिए, भोजन वह भावनात्मक सेतु बन जाता है, जो क्रिसमस को सचमुच क्रिसमस का अनुभव कराता है। यह भावना गीतों की इस पंक्ति ‘वी मेक आवर काइंड ऑफ क्रिसमस इन द होम्स वी हैव कम टू नो’ में पूरी खूबसूरती से समाई है, जो हमें याद दिलाती है कि यह उत्सव उस स्थान की देन है, जहां हम रहते हैं और उन लोगों की संगति से आकार लेता है, जिनके साथ हम यह उल्लास बांटना चाहते हैं।

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