Deoria news, प्राकृतिक एवं जैविक खेती में सहायक है नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना
प्राकृतिक व जैविक खेती में सहायक है नंदबाबा दुग्ध मिशन योजना
देवरिया। नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना प्राकृतिक व जैविक खेती को सीधे तौर पर बढ़ावा देती है, क्योंकि यह उच्च-उत्पादकता वाली स्वदेशी नस्लों (जैसे गिर, साहीवाल) को प्रोत्साहित करती है। यह योजना प्राकृतिक व जैविक खेती में कैसे सहायक है इस संबंध में विकास खंड बैतालपुर के पशुधन प्रसार अधिकारी निशाकान्त तिवारी ने बताया कि नंदबाबा दुग्ध मिशन योजनान्तर्गत संचालित गो संवर्धन योजना, मिनी नंदिनी एवं नंदिनी योजना में गिर,साहीवाल जैसी देशी नस्लों की गायों की खरीद पर 40 से 50 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है। इन गायों से प्राप्त गोबर और गौमूत्र, प्राकृतिक खेती में इस्तेमाल होने वाले जीवामृत, घन जीवामृत और बीजामृत जैसे महत्वपूर्ण जैविक खाद और कीटनाशकों का मुख्य स्रोत हैं। यह योजना पशुपालन को खेती से जोड़ती है, जहां पशुधन से मिलने वाला गोबर और मूत्र खेत के लिए खाद बनता है, जिससे रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता घटती है। मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना में देसी नस्ल की गायों से अच्छी दूध पैदावार देने वाले किसानों को 10 से 15 हजार तक प्रति पशु प्रोत्साहन राशि मिलती है, जिससे बेहतर देसी नस्ल का संवर्धन होता है और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिलता है।



