Gazipur News:अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन राजनीति के लिए आदर्श: प्रमोद वर्मा
Gazipur News:अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन राजनीति के लिए आदर्श: प्रमोद वर्मा
जखनिया गाजीपुर ।
पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जन्म जयंती के अवसर पर भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर प्रमोद वर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी में अनेक अद्वितीय गुण थे। वे अपनी पार्टी के नेताओं के साथ-साथ विपक्षी दलों को भी सम्मान देकर साथ लेकर चलने की क्षमता रखते थे। यही कारण था कि उन्हें भारतीय राजनीति का अजातशत्रु कहा जाता था।
उन्होंने कहा कि अटल जी की जन्म जयंती हम सभी के लिए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का विशेष अवसर है। उनका शालीन आचरण, वैचारिक दृढ़ता और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का संकल्प भारतीय राजनीति के लिए एक आदर्श मानक है। अटल जी ने अपने जीवन से सिद्ध किया कि श्रेष्ठता पद से नहीं, बल्कि आचरण से स्थापित होती है और वही समाज को सही दिशा प्रदान करती है।
प्रमोद वर्मा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी लगभग चार दशकों तक सक्रिय राजनीति में रहे। वे लोकसभा के नौ बार तथा राज्यसभा के दो बार सदस्य चुने गए, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। वर्ष 1980 में गठित भारतीय जनता पार्टी के वे संस्थापक अध्यक्ष भी रहे।
उन्होंने कहा कि अटल जी के नेतृत्व में वर्ष 1998 में राजस्थान के पोखरण में द्वितीय परमाणु परीक्षण कर भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाया गया, जिसकी भनक तक अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए को नहीं लग सकी। वे पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद सबसे लंबे समय तक गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे। अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे विदेश मंत्री थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण देकर भारत को गौरवान्वित किया।
Gazipur News :अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति के अजातशत्रु थे : प्रमोद वर्मा
जखनिया (गाजीपुर)।
पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जन्म जयंती के अवसर पर भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर प्रमोद वर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी में अनेक अद्वितीय गुण थे। वे अपनी पार्टी के नेताओं के साथ-साथ विपक्षी दलों को भी सम्मान देकर साथ लेकर चलने की क्षमता रखते थे। यही कारण था कि उन्हें भारतीय राजनीति का अजातशत्रु कहा जाता था।
उन्होंने कहा कि अटल जी की जन्म जयंती हम सभी के लिए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का विशेष अवसर है। उनका शालीन आचरण, वैचारिक दृढ़ता और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का संकल्प भारतीय राजनीति के लिए एक आदर्श मानक है। अटल जी ने अपने जीवन से सिद्ध किया कि श्रेष्ठता पद से नहीं, बल्कि आचरण से स्थापित होती है और वही समाज को सही दिशा प्रदान करती है।
प्रमोद वर्मा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी लगभग चार दशकों तक सक्रिय राजनीति में रहे। वे लोकसभा के नौ बार तथा राज्यसभा के दो बार सदस्य चुने गए, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। वर्ष 1980 में गठित भारतीय जनता पार्टी के वे संस्थापक अध्यक्ष भी रहे।
उन्होंने कहा कि अटल जी के नेतृत्व में वर्ष 1998 में राजस्थान के पोखरण में द्वितीय परमाणु परीक्षण कर भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाया गया, जिसकी भनक तक अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए को नहीं लग सकी। वे पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद सबसे लंबे समय तक गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे। अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे विदेश मंत्री थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण देकर भारत को गौरवान्वित किया।



