अटलजी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, भारत को सशक्त राष्ट्र के रूप में देखना था उनका सपना : महेंद्र नाथ पांडेय

ब्यूरो प्रमुख जौनपुर

जौनपुर। भारतीय जनता पार्टी द्वारा भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर अटल स्मृति सम्मेलन का आयोजन मल्हनी विधानसभा क्षेत्र के सनबीम स्कूल, कुल्लहनामऊ में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अजीत प्रजापति ने की। मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय तथा विशिष्ट अतिथि काशी क्षेत्र के महामंत्री एवं जौनपुर जिला प्रभारी अशोक चौरसिया रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।मुख्य अतिथि महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी अपने नाम के अनुरूप अटल संकल्पों वाले व्यक्ति थे। वे एक प्रखर राजनीतिज्ञ, नि:स्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, सशक्त वक्ता, कवि, साहित्यकार, पत्रकार और बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। अटलजी जनता की बातों को गंभीरता से सुनते थे और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने का निरंतर प्रयास करते थे। उन्होंने चार दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहते हुए लोकसभा में नौ बार और राज्यसभा में दो बार प्रतिनिधित्व किया, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।विशिष्ट अतिथि अशोक चौरसिया ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की थी। 1951 में भारतीय जनसंघ से जुड़ने के बाद उन्होंने राष्ट्रसेवा को ही अपना जीवन लक्ष्य बना लिया। वे लोकतांत्रिक मूल्यों, उदार सोच और मानवीय संवेदनाओं के प्रतीक थे।जिलाध्यक्ष अजीत प्रजापति ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक समानता के समर्थक थे। वे भारत को सभी राष्ट्रों के बीच एक दूरदर्शी, विकसित, मजबूत और समृद्ध देश के रूप में देखना चाहते थे, जो अपनी प्राचीन सभ्यता के साथ आधुनिक चुनौतियों का सामना कर सके।पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि देश और समाज के प्रति उनके अतुलनीय योगदान के लिए अटलजी को पद्म विभूषण तथा मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वहीं पूर्व विधायक हरेंद्र प्रसाद सिंह ने उनके राजनीतिक कौशल और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की मजबूत उपस्थिति को रेखांकित किया।पूर्व विधायक डॉ. हरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति में शुचिता, संवाद और सहमति के प्रतीक थे। उन्होंने विरोधियों का भी सम्मान करना सिखाया और सिद्ध किया कि राजनीति में मर्यादा और विचारधारा के साथ भी सत्ता चलाई जा सकती है। डॉ. सिंह ने कहा कि अटलजी की नीतियां और विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।पूर्व जिला अध्यक्ष सुशील उपाध्याय ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे और आजीवन अविवाहित रहकर राष्ट्रसेवा का व्रत निभाया। वे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने गैर-कांग्रेस सरकार का पांच वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया।कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष सुधाकर उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर जिला महामंत्री पीयूष गुप्ता, संदीप सरोज, सुनील यादव, मम्मन धीरू सिंह, सतीश सिंह, संदीप तिवारी, पंकज मिश्र, अखिल मिश्र, अरुण उपाध्याय, आमोद सिंह, इंद्रसेन सिंह, आशीष गुप्ता, परविंदर चौहान, घनश्याम यादव, सुनील सिंह, पवन प्रजापति, अभिषेक तिवारी सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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