आजमगढ़:नसबंदी ऑपरेशन में डॉक्टर की लापरवाही से महिला की मौत
रिपोर्ट:चंदन शर्मा
रानी की सराय/ आजमगढ़ – प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रानी की सराय में 5 जनवरी को नसबंदी करने के लिए कैंप लगाया गया था जिसमें ब्लॉक क्षेत्र की बहुत सी महिलाएं ने नसबंदी कराया वही एक महिला की हालत बिगड़ी और फिर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने नसबंदी करने वाले डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उसने महिला की मौत पर उसे नसबंदी के लिए ले जाने वाली आशा बहू व अन्य के खिलाफ थाने पर तहरीर देकर मुकदमा भी पंजीकृत कराया।निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहां दक्षिण बस्ती निवासिनी सुभावती देवी उम्र 36 वर्ष का पांच जनवरी को पीएचसी रानी की सराय पर लगे कैंप में नसबंदी का आपरेशन हुआ था। उसे गांव की आशा बहु इंद्रावती ब्लाक पर लेकर गई थी। नसबंदी आपरेशन के बाद पांच जनवरी की देर शाम उसे घर पहुंचा दिया गया। छह को उसकी तबीयत खराब हुई तो पुन पीएचसी पर दिखाया गया। जहां तबीयत में सुधार न होने पर उसे जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला महिला अस्पताल से उसे सात जनवरी को राजकीय मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान सोमवार की रात सुभावती की मौत हो गई। मृतका के पति सेवालाल का आरोप है कि उसकी पत्नी के आपरेशन में लापरवाही हुई और बिना उसकी अनुमति के ही आपरेशन कराया गया। उसने बताया कि आपरेशन के बाद उसकी पत्नी को मार्टीनगंज ब्लाक पर ले जाया गया और पूरे दिन एंबुलेंस में बैठा कर घुमाने के बाद देर शाम घर छोड़ा गया। सुभावती दिव्यांग थी वह तीन पुत्री व एक पुत्र की मां थी। सुभावती की मौत से परिजनो में कोहराम मच गया है। पति ने इस बाबत आशा बहु व अस्पताल प्रशासन के खिलाफ थाने में तहरीर भी दिया है।चिकित्सा अधिकारी, पीएचसी रानी की सराय डॉ. मनीष तिवारी ने बताया कि महिला की मौत नसबंदी आपरेशन के कारण नहीं हुई है। उसे शौच करने में पहले से परेशानी थी, जिसके बारे में उसने आपरेशन के पूर्व कुछ बताया नहीं था। संभवतः उसकी कारण से महिला की मौत हुई है।थाना प्रभारी, निजामाबाद सच्चिदानंद यादव ने बताया कि मृतका के पति की तहरीर पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया गया है। इसके साथ ही सीएमओ को भी सूचना दे दी गई है। पोस्टमार्टम व सीएमओ के जांच रिपोर्ट के आधार पर आगो की कार्रवाई की जाएगी।