पियूष गोयल ने शिक्षकों के साथ संवाद स्थापित किया
नई शिक्षा नीति युवाओं के हितों को ध्यान में रखती है और लचीली है - पीयूष गोयल

ब्युरो रिपोर्ट -अजय उपाध्याय
मुंबई, : “वास्तविक जीवन में फिल्म 3 इडियट्स का कोई माधवन नहीं होगा, जिसे इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था, जबकि उसका प्यार फोटोग्राफी में था। नई शिक्षा नीति युवाओं के हितों को ध्यान में रखती है और लचीली है।”
“उत्तर मुंबई के बोरीवली पश्चिम में सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित शिक्षकों से संवाद स्थापित करते हुए भाजपा महायुति उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इन शब्दों में अपनी बात रखी।
आगे श्री गोयल ने कहा कि मोदी जी ने यह सुनिश्चित किया है कि नई शिक्षा नीति लचीली और नई पीढ़ी और समय की जरूरतों के अनुरूप हो। शिक्षकों द्वारा दी गई सीख हमारी औपचारिक शिक्षा समाप्त होने के बाद भी लंबे समय तक हमारे साथ रहती है। युवाओं को योगदानकर्ता बनने के लिए तैयार करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का लक्ष 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का है।”
“नई शिक्षा नीति नए भारत को आकार देने की आधारशिला है। यह पॉलिसी एक ऐसा जीवन पेशा चुनने में मदद करेगी जो उसके हितों और पसंद के अनुरूप होगा। ”
शिक्षकों से संवाद करते हुए
पीयूष गोयल ने अपनी खुद की यात्रा के बारे में भी जिक्र किया। और कहा की वह स्वयं भाग्यशाली थे कि उन्होंने अपनी पसंद का विषय चुना, वह था वाणिज्य।
“नई शिक्षा नीति 3 लाख से अधिक सुझाव मिलने के बाद बनाई गई है। नई शिक्षा नीति का संसद में बिना किसी आपत्ति के पारित होना इस नीति की गुणवत्ता का प्रमाण है जो सभी संबंधित पक्षों के लिए समावेशी और लचीली है।
उन्होंने कहा कि प्रगतिशील राष्ट्रीय नीतियों में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए मोदी जी के हाथों को मजबूत किया जाना चाहिए।”
इस अवसर पर स्थानिक विधायक सुनील राणे, बोरीवली सुविद्या विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गो.रा. रानडे जी एवम् अनेक गणमान्य शिक्षक, प्रधानाचार्य उपस्थित थे।
श्री रानडे गुरुजी ने पीयूष गोयल का पुष्पगुच्छ और शाल देकर सत्कार किया।
ब्युरो रिपोर्ट -अजय उपाध्याय
मुंबई, : “वास्तविक जीवन में फिल्म 3 इडियट्स का कोई माधवन नहीं होगा, जिसे इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था, जबकि उसका प्यार फोटोग्राफी में था। नई शिक्षा नीति युवाओं के हितों को ध्यान में रखती है और लचीली है।”
“उत्तर मुंबई के बोरीवली पश्चिम में सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित शिक्षकों से संवाद स्थापित करते हुए भाजपा महायुति उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इन शब्दों में अपनी बात रखी।
आगे श्री गोयल ने कहा कि मोदी जी ने यह सुनिश्चित किया है कि नई शिक्षा नीति लचीली और नई पीढ़ी और समय की जरूरतों के अनुरूप हो। शिक्षकों द्वारा दी गई सीख हमारी औपचारिक शिक्षा समाप्त होने के बाद भी लंबे समय तक हमारे साथ रहती है। युवाओं को योगदानकर्ता बनने के लिए तैयार करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का लक्ष 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का है।”
“नई शिक्षा नीति नए भारत को आकार देने की आधारशिला है। यह पॉलिसी एक ऐसा जीवन पेशा चुनने में मदद करेगी जो उसके हितों और पसंद के अनुरूप होगा। ”
शिक्षकों से संवाद करते हुए
पीयूष गोयल ने अपनी खुद की यात्रा के बारे में भी जिक्र किया। और कहा की वह स्वयं भाग्यशाली थे कि उन्होंने अपनी पसंद का विषय चुना, वह था वाणिज्य।
“नई शिक्षा नीति 3 लाख से अधिक सुझाव मिलने के बाद बनाई गई है। नई शिक्षा नीति का संसद में बिना किसी आपत्ति के पारित होना इस नीति की गुणवत्ता का प्रमाण है जो सभी संबंधित पक्षों के लिए समावेशी और लचीली है।
उन्होंने कहा कि प्रगतिशील राष्ट्रीय नीतियों में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए मोदी जी के हाथों को मजबूत किया जाना चाहिए।”
इस अवसर पर स्थानिक विधायक सुनील राणे, बोरीवली सुविद्या विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गो.रा. रानडे जी एवम् अनेक गणमान्य शिक्षक, प्रधानाचार्य उपस्थित थे।
श्री रानडे गुरुजी ने पीयूष गोयल का पुष्पगुच्छ और शाल देकर सत्कार किया।



