बलिया: कोषागार टीम ने तोड़ा रिकॉर्ड, 24 घंटे के अंदर चुनाव कर्मियों को मिला प्रशिक्षण भत्ता, ड्यूटी में चेहरे पर रहेगी मुस्कान…
रिपोर्ट अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एक्टर टाइम्स
बलिया। ज़िला निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार के आदेश पर चुनावी प्रक्रिया जिले गतिशील है. जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेशानुसार चुनाव शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए पूरा प्रशासन अलर्ट मूड में है. इसी के अंतर्गत वरिष्ठ कोषाधिकारी आनंद दुबे के नेतृत्व में कोषागार टीम हिमांचल यादव वित्तीय परामर्शदाता और अवधेश यादव कोषागार लेखाकार के द्वारा लोकसभा चुनाव – 2024 के मद्देनजर चुनाव निर्वाचन आयोग के आदेश के क्रम में तीन दिन के प्रक्रिया को सुव्यवस्थित ढंग से 24 घंटे में ही संपन्न किया गया है. जो कहीं न कहीं सराहनीयता का प्रतीक है.
01 मई को प्रशिक्षण, 02 मई को भुगतान, चुनाव कर्मियों में खुशी का माहौल…
मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज के देखरेख में बलिया जिले के श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चुनाव कर्मियों का प्रशिक्षण 01 मई 2024 को संपन्न हुआ और 02 मई 2024 यानी 24 घंटे के अंदर ही चुनाव कर्मियों के खाते में उनका प्रशिक्षण भत्ता भी मिल गया.
आयोग के आदेश पर गतिशीलता के साथ खरी उतरी कोषागार का टीम…
आयोग का ऐसा निर्देश है कि प्रशिक्षण भत्ता, प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीन दिन के अंदर चुनाव कर्मियों को मिल जाना चाहिए. इसमें बलिया कोषागार ने अपने कर्तव्य को बखूबी निभाते हुए तीन दिन के अलावा एक दिन के अंदर ही प्रशिक्षण भत्ता चुनाव कर्मियों के खाते में भेजवाने का काम किया है. जिससे कहीं न कहीं चुनाव कर्मियों में खुशी का माहौल है.
इस बार मुस्कुराते हुए ड्यूटी करेंगे चुनाव कर्मी…
यह बताते हुए हर्ष हो रहा है की जो चुनावी ड्यूटी होती है वह नौकरी से बिल्कुल अतिरिक्त (Extra) होती है जो चुनाव कर्मी इसमें ड्यूटी करने से कतराते थे अब प्रशासन का यह सराहनीय कार्य देख अपने ड्यूटी के प्रति आकर्षित/तत्पर हुए हैं.
प्रशिक्षण के 24 घंटे बाद ही हो गया इतने अधिकारियों का भुगतान…
आपको बताते चलें कि प्रशिक्षण में शामिल जिले के पीठासीन अधिकारियों की संख्या 828 रही, जिनको 350 के दर से ₹2,89,800/ धनराशि का भुगतान किया गया इसी के अंतर्गत प्रथम मतदान अधिकारियो की संख्या 832 रही जिनको 250 दर के हिसाब से ₹2,08,000 यानी कुल 4,97,800 का भुगतान 24 घंटे के अंदर वरिष्ठ कोषाधिकारी आनंद दुबे के देखरेख में करा कर न केवल जिले में रिकॉर्ड बनाने का काम किया गया बल्कि चुनाव कर्मियों के मनोबल को भी दृढ़ और मजबूत बना दिया गया है.