बिजली की उच्च मांग को देखते हुए ऊर्जा संयंत्रों के पास पर्याप्त कोयला मौजूद:केंद्र सरकार
Power plants have enough coal to meet high demand for electricity: Central Govt
नई दिल्ली, 1 जून : भीषण गर्मी के बीच बिजली की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए ताप विद्युत ऊर्जा संयंत्रों के पास 19 दिन तक उत्पादन जारी रखने लायक कोयला मौजूद है। कोयला मंत्रालय ने शनिवार को ये जानकारी दी।
हीट वेव के चलते पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसके कारण भारत में ऊर्जा की मांग अब तक के उच्चतम स्तर 250 गीगावाट पर पहुंच गई है।
ऐसे में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए सरकार ऊर्जा संयंत्रों को निर्बाध कोयला आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है। इसके कारण बिजली उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला ऊर्जा संयंत्रों के पास मौजूद है।
मंत्रालय ने कहा कि ताप विद्युत ऊर्जा संयंत्रों के पास 45 मीट्रिक टन से ज्यादा का कोयले का भंडार मौजूद है, जो कि पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा है। इस कोयले की मदद से आसानी से 19 दिनों बिजली की मांग को पूरा किया जा सकता है।
मई के महीने में ताप विद्युत ऊर्जा संयंत्रों में करीब 10,000 टन प्रति दिन की कोयले की खपत है।
कोयले के उत्पादन में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। खदानों में 100 मीट्रिक टन से ज्यादा का स्टॉक पड़ा हुआ है। इसके कारण ऊर्जा के उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला उपलब्ध है।
रेल मंत्रालय की ओर से भी रेलवे रेक्स की प्रतिदिन उपलब्धता में 9 प्रतिशत की वृद्धि सुनिश्चित की गई है।
मंत्रालय ने कहा, “पहले के समय में कोयला का परिवहन केवल पारादीप पोर्ट से ही किया जाता था, लेकिन सरकार की कोल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी के तहत अब धामरा और गंगावरण पोर्ट पर भी कोयला आ रहा है।
मंत्रालय ने आगे बताया कि मानसून सीजन को देखते हुए भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और 42 मीट्रिक टन से ज्यादा कोयला भंडारण में रखा जाएगा।