अध्यापक विद्यालय छोड़कर शिक्षा विभाग के कार्यालय में दिखाई देने पर किया जाएगा वर्खास्त पर शिक्षक संघ ने जताई कड़ी आपत्ति

 

रिपोर्ट : अजित कुमार सिंह ” बिट्टू जी ” व्यूरोचीफ हिन्द एकता टाइम्स

 

 

सुखपुरा(बलिया)।शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री जी अधिकारियों से कहे कि यदि कोई अध्यापक विद्यालय छोड़कर शिक्षा विभाग के कार्यालय में दिखाई पड़े तो उसे बर्खास्त कर दिया जाए, पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि शिक्षा विभाग के कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार से शिक्षकों का कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है जब तक कि वे कार्यालयों में जाकर बाबू तथा अधिकारी को सुविधा शुल्क न दें। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की मुख्यमंत्री जी की नीति फेल हो गई है ।अध्यापकों के नियमानुसार होने वाले कार्यों के निष्पादन की कोई समय सीमा नहीं है अन्यथा शिक्षा विभाग का कार्यालय जो कोई देवालय नहीं है जहां देवों के दर्शन हेतु अध्यापक जाते हैं ।शिक्षा विभाग के अधिकारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार की दुर्गंध से वातावरण दूषित हो गया है। यदि समय से अध्यापक का कोई कार्य लेकर विद्यालयों का लिपिक जाते तथा कार्यालय समयान्तर्गत कार्यों का निष्पादन कर देते तो कार्यालय जाने की क्या आवश्यकता है ।आवश्यक है कि समय सीमा के अंतर्गत कार्य न होने की जिम्मेदारी तय करके दोषी के ऊपर कार्यवाही की जाए। अध्यापक शौक से दफ्तर की भाग दौड़ नहीं करता है उसे विवश करके बुलाया जाता है।

अतः यह आवश्यक है कि शिक्षा विभाग में दोषी लिपिकों तथा अधिकारियों पर दण्डनात्मक कार्यवाही की जाए।

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