जिलाधिकारी ने घाघरा नदी एवं छोटी गंडक नदी पर किया बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी परियोजनाओं का निरीक्षण।
जिला संवाददाता,विनय मिश्र।
देवरिया, जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने आज अपराह्न घाघरा नदी तथा छोटी गंडक नदी पर बाढ़ नियंत्रण खंड द्वारा निर्मित दो कटानरोधी परियोजनाओं का निरीक्षण किया। डीएम ने कहा कि मॉनसून आगमन से पूर्व सभी परियोजनाओं को पूर्ण कर लिया जाए। तटबंधों की सतत निगरानी की जाए। यदि कहीं सीपेज, रेट होल अथवा साही की मांद दिखे तो उसे तत्काल सही करा लिया जाए। बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी गतिविधियों में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी आज अपराह्न सर्वप्रथम घाघरा नदी के बाएं तट पर निर्मित तुर्तीपार चुरिया तटबंध के किमी 9.400 से 13.600 के मध्य तटबंध की पुनर्स्थापना कार्य का निरीक्षण किया। उक्त परियोजना 2 करोड़ 42 लाख रुपए की लागत की है। जिसका लाभ 18 गांव के 32,914 निवासियों को होगा। डीएम ने तटबंध के स्लोप के ठीक नीचे कतार में वृक्षारोपण कराने का निर्देश दिया। आगामी जुलाई माह में होने वाले पौधारोपण अभियान के अंतर्गत उक्त साइट पर 3000 से अधिक अर्जुन के पौधे रोपे जाएंगे।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने सलेमपुर तहसील के अंतर्गत छोटी गंडक नदी के दाएं तट पर स्थित ग्राम बनकटा दीक्षित को नदी कटान से सुरक्षित रखने के लिए 350 मीटर लंबाई के कटान निरोधक कार्य एवं पूर्व निर्मित तीन डेम्पनर (स्टोन बोल्डर) के मरम्मत कार्य की परियोजना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय परियोजना का शत प्रतिशत कार्य पूर्ण पाया गया। एक करोड़ 50 लाख रुपए की लागत संदर्भ में इस परियोजना से तीन गांव के 1500 लोगों को बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी।
डीएम ने स्थानीय निवासियों से संवाद भी किया और पूर्व के वर्षों में आए बाढ़ के संबंध में जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि जनपद में बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी तैयारी जोरों पर है। बाढ़ चौकिया सक्रिय कर दी गई हैं। जनपद के समस्त रेगुलेटरों की मरम्मत की जा चुकी है। गोताखोर एवं नावों की समुचित व्यवस्था कर ली गई है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।
इस दौरान एसडीएम सलेमपुर गिरीश झा, प्रशिक्षु एसडीएम धीरेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता बाढ़ नियंत्रण खंड राधेश्याम प्रसाद, सहायक अभियंता सचिन अग्रवाल सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।