यमुना अथॉरिटी की 81वीं बोर्ड बैठक में कई अहम फैसले, सुपरटेक और सनवर्ल्ड बिल्डर का आवंटन रद्द
Yamuna Authority's 81st Board Meeting takes several important decisions, cancels allocation of Supertech and Sunworld Builder
ग्रेटर नोएडा, 26 जून: यमुना प्राधिकरण की बुधवार को 81वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई। इस बोर्ड बैठक में 55 प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें से 10 प्रस्ताव दोबारा ठीक करने के लिए भेजे गए। कुल मिलाकर 45 प्रस्ताव पर बोर्ड बैठक में मुहर लगी। इनमें कई निर्माण कार्यों समेत फिल्म सिटी और जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को लेकर भी कई प्रोजेक्ट पर मुहर लगाई गई।
इसके साथ-साथ बकाया राशि नहीं चुकाने पर सुपरटेक और सनवर्ल्ड बिल्डर के आवंटन को रद्द कर दिया गया।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि बोर्ड बैठक में जो प्रस्ताव रखे गए थे, उनके मुताबिक जेवर एयरपोर्ट की एक्सप्रेसवे से नॉर्थ और ईस्ट की कनेक्टिविटी के साथ-साथ वीआईपी कनेक्टिविटी का निर्माण एनएचएआई करेगा। ये निर्माण 63 करोड़ की लागत से होगा। प्राधिकरण की बकाया राशि नहीं चुकाने पर सुपरटेक के एक और सनवर्ल्ड बिल्डर के एक प्रोजेक्ट को रद्द किया गया है। इनके आधे-अधूरे निर्माण को अब दूसरी कंपनी के जरिए पूरा कराया जाएगा।
सीईओ के मुताबिक टप्पल में 2,627 हेक्टेयर जमीन का पूर्णता अधिग्रहण किया जाएगा। अभी तक महज 700 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था, बची जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण शुरू हो चुका है और कई भूमाफिया जमीन कब्जाकर निर्माण कर रहे हैं। बोर्ड बैठक में जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी को प्राथमिकता पर रखा गया है। फिल्म सिटी का कंसेशन एग्रीमेंट गुरवार को साइन होगा। भौतिक रूप से विकासकर्ता कंपनी को जमीन सुपुर्द की जाएगी। फिल्म सिटी को बसाने का काम बेव्यू प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। पहले फेज में 230 एकड़ में फिल्म सिटी बसेगी।
उन्होंने बताया कि फिल्म सिटी में नया इंटरचेंज बनेगा। जिसके जरिए डायरेक्ट एयरपोर्ट से एक्सेस होगा। किसी भी निर्माण से पहले ईपीसी (इंजीनियर प्रोक्लेम्ड कॉन्ट्रैक्ट) के जरिए आसपास के पूरे एरिया का निर्माण किसी बड़ी कंपनी से करवाया जाएगा। इसमें अब सड़क, सीवर, खड़ंजा, केबेलिंग सहित सब कार्य एक कंपनी बनाएगी और वर्ल्ड क्लास सिटी डेवलप करेगी। इसके लिए टाटा, एलएंडटी सहित बड़ी कंपनियों को डेवलपमेंट का काम दिया जाएगा।
सीईओ ने बताया कि फिल्म सिटी और अन्य निर्माण में काफी ज्यादा लकड़ी, हैंडीक्राफ्ट और मेटल की जरूरत होती है। एक्सपोर्ट के लिहाज से भी इन सभी का करीब 5,000 करोड़ का मार्केट है। जिसे ध्यान में रखते हुए ईपीसीएच टेक्सटाइल काउंसिल के साथ मिलकर 500 एकड़ में फर्नीचर और हैंडीक्राफ्ट पार्क बसाया जाएगा। एयरपोर्ट को लेकर 28 जून को समीक्षा बैठक होगी।