प्रभु श्री राम हनुमान के ऋणी है। सुरेश चंद्र मिश्र आजमगढ़ ।
जिला संवाददाता ,विनय मिश्र।
नगर पालिका क्षेत्र के पुराना बरहज श्री हनुमान, मंदिर केवटलिया मे, चल रहे श्री राम कथा मैं आजमगढ़ से पधारे हुए कथा व्यास सुरेश चंद्र मिश्र में राम कथा सुनाते हुए कहा कि दुनिया राम की ऋणी है लेकिन राम जी हनुमान जी के ऋणी है रामचरितमानस का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम ने कहा कि , हनुमान हम तुम्हारे रन से कभी पूर्ण नहीं हो सकते हनुमान की आश्चर्यचकित हो गए। उन्होंने कहा प्रभु मैं तो आपका सेवक हूं सेवक का काम है सेवा करना प्रभु मैं आपकी सेवा करता हूं । तब श्री राम ने कहा, मेरे संकट काल में तुमने जानकी का पता लगाया लक्ष्मण को शक्ति लगने पर संजीवनी बूटी ले आए। और लक्ष्मण के प्राणों की रक्षा की ।मेरा संदेश जानकी को सुनाया और जानकी का संदेश मुझे सुनाया लंका की लड़ाई का संदेश भरत को सुनाया और भरत को यह भी संदेश दिया की लंका की लड़ाई जीत कर प्रभु श्री राम वापस अयोध्या आ रहे हैं। 14 वर्ष पूर्ण होने पर भरत मेरी प्रतीक्षा कर रहा था आज प्रभु श्री राम आएंगे विलंब होने पर अधीर हो गया था आपने हम सभी के प्राणों की रक्षा की इसलिए हनुमान मैं तुमसे कभी उरिन नहीं हो सकता।
कथा के दौरान हनुमान मंदिर के महंत सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।