पुत्र की लंबी आयु की कामना से माताएं रहती है छठ, व्रत ।

 

जिला संवाददाता, विनय मिश्र।

देवरिया, अनंत पीठ आश्रम बरहज में आज हलषसठी, पर महिलाओं ने पूरे विधि विधान के साथ पूजन कर कथा श्रवण की। हल छठ व्रत का महत्व इसलिए और बड़ जाता है जब यह व्रत पुत्र विशेष के लिए किया जाता है माताएं अपने पुत्रों के लिए सुखद जीवन लंबी आयु के लिए यह व्रत रखती है मान्यता है कि मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से संतान को कष्ट से मुक्ति मिलती है और छठ व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसका भी बड़ा महत्व है बताया जाता है कि इस व्रत में जो वस्तुएं हल चलाए हुए खेत में बोया जाता है अन्य हो चाहे कोई फल नहीं खाना चाहिए गाय के दूध और दही भी इस व्रत में वर्जित है विशेष कर भैंस की दही भैंस का घी महुआ परास कुश आदि का, प्रयोग पूजन में किया जाता है । माता है दिनभर व्रत रहकर शाम को तिन्नी का चावल भैंस की दही ,सेंधा नमक ,और करमी के साग का प्रयोग करती हैं, इस व्रत में केवल एक टाइम ही फलाहार किया जाता है इसलिए माताएं दिन भर व्रत रहने के बाद शाम को एक टाइम फलाहार करती है और अपने बच्चों के लिए भगवान हलधर से स्वस्थ एवं लंबी जीवन की कामना करतीहैं‌। इस पुजन के सहारे, कार्यक्रम में शकुंतला मिश्रा पूनम पांडे मनोरमा द्विवेदी पदमा द्विवेदी रेखा मिश्रा सहित काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित रही।

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