भारत में एमपॉक्स के पहले संदिग्ध मामले ने प्रभावित देश की यात्रा की थी
The first suspected case of Mpox in India had traveled to the affected country
नई दिल्ली:। केंद्र सरकार ने रविवार को कहा कि एक युवक में मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) के लक्षण पाए गए हैं। मरीज को एक अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। यह देश में एमपॉक्स का पहला संदिग्ध मामला है।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि जिस युवक में एमपॉक्स के लक्षण मिले हैं, वह अभी हाल ही में संक्रमण प्रभावित देश की यात्रा करके आया था।मंत्रालय ने कहा, “मरीज को एक निर्दिष्ट अस्पताल में अलग कर दिया गया है और वर्तमान में उसकी हालत स्थिर है।” हालांकि, मंत्रालय ने यह नहीं बताया है कि युवक किस देश की यात्रा करके आया था। साथ ही वह किस राज्य से है, इसका भी खुलासा नहीं किया गया है।बयान में कहा गया है कि एमपॉक्स की मौजूदगी की पुष्टि के लिए मरीज के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। मामले को तय प्रोटोकॉल के अनुरूप प्रबंधित किया जा रहा है। इसके अलावा संभावित स्रोतों की पहचान करने तथा देश के भीतर प्रभाव का आकलन करने के लिए मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि एमपॉक्स को लेकर सरकार अलर्ट है और दूसरे देशों से यात्रा कर भारत आने वाले लोगों की निगरानी की जा रही है। किसी भी संभावित जोखिम को प्रबंधित करने और कम करने के लिए मजबूत उपाय किए गए हैं।साल 2022 में एमपॉक्स का वैश्विक प्रकोप हुआ, जिसमें भारत सहित कई देश प्रभावित हुए।एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जिसमें बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द के साथ-साथ त्वचा पर दर्दनाक फोड़े हो जाते हैं। यह छूने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इस साल की शुरुआत से पूरे अफ्रीकी महाद्वीप में एमपॉक्स के 5,549 मामलों की पुष्टि हुई है और 643 लोगों की मौत हो चुकी है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि चिंता का कोई कारण नहीं है और देश ऐसे इक्का-दुक्का मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।