देश को चुनावी बोझ से राहत दिलाने के लिए जरूरी है ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ : मुख्तार अब्बास नकवी
'One Nation One Election' is necessary to relieve the country from election burden: Mukhtar Abbas Naqvi
नई दिल्ली: कांग्रेस द्वारा ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ पर सवाल उठाए जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, “देश ने कई कल्पनाओं को वास्तविकता में बदला है। अब देश में एक विधान और एक संविधान हो गया है।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “जब देश में कांग्रेस की सरकार थी, तो उस समय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सदस्य छह साल के लिए निर्वाचित होते थे, लेकिन अब ये पांच साल का हो गया है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म हो गया है। एक विधान, एक निशान और एक संविधान हो गया। वहां अब ना तो दो निशान है, ना दो प्रधान हैं और ना ही दो संविधान हैं। इसलिए जिसको सच्चाई दिखनी चाहिए, वो इस बात को समझ रहे हैं।”
एक देश और एक चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा, “चाहे वह पंचायत हो या विधानसभा चुनाव, इससे साफ जाहिर है कि चुनावों का बोझ देश की आम जनता पर बार-बार पड़ता है। इसलिए देश और मतदाताओं को चुनावी बोझ से राहत देने के लिए ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का संकल्प लिया गया है। मेरा मानना है कि इसे जल्द से जल्द पूरा होना चाहिए।
कांग्रेस द्वारा केंद्र सरकार को यूटर्न की सरकार बताए जाने पर मुख्तार अब्बास नकवी ने उन पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की समस्या यह है कि वह पप्पू को प्रेशर पंप बनाने की पॉलिटिकल पाखंड में जुटे हुए हैं। उनके खुद के पास 100 नंबर तो पूरे नहीं है और वह 100 दिन की बात कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार अपने मौजूदा कार्यकाल के दौरान पहले ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ नीति को लागू करने की तैयारी कर रही है। ऐसी चर्चा है कि केंद्र सरकार इससे जुड़ा बिल जल्द ला सकती है.