आजमगढ़:ग्रामीणों ने किया जोरदार विरोध प्रदर्शन
रिपोर्ट:सुमित उपाध्याय
अहरौला/आजमगढ़:अहिरौला ब्लॉक क्षेत्र के मेहियापर ग्राम सभा में आज ग्रामीणों के द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया ।ग्रामीणों ने बताया कि पिछले करीब एक दशक से हमारे घरों का गंदा पानी इसी तरह रोड पर और आसपास अगल-बगल उपस्थित लोगों के खाली पड़े खेतों में एवम सरकारी भू भागों पर ऐसे ही बह रहा है जिसकी खोज खबर लेने के लिए कोई आलाधिकारी या ग्राम प्रधान आज तक कभी आगे नहीं आए जबकि इसकी सूचना हम लोगों ने कई बार प्रधान से लेकर यहां के विधायक तक को इसकी जानकारी से अवगत कराया है लेकिन उसके बावजूद भी हम लोग इस माहौल में रहने के लिए मजबूर हैं शाम के जैसे ही करीब चार से पांच बजता है यहां पर बहुत ही भारी मात्रा में इस गंदे पानी की वजह से मच्छर लगना शुरू हो जाते हैं और हम लोगों को बहुत बड़ी चिंता सताती है कि हमारे बच्चे व हम लोग कभी ना कभी एक बड़ी बीमारी का शिकार हो जाएंगे अगर इसी तरह यह पानी लगातार बहता रहा और गंदगी में कीड़े मकोड़े उत्पन्न होते रहे इस गंदे पानी की गंदगी इतनी है कि यहां पर बिल्कुल रहा नहीं जाता लेकिन हम लोग फिर भी या रहने के लिए मजबूर हैं यह कहानी केवल एक या दो घरों की नहीं बल्कि उसे गांव में उपस्थित 50 घरों की कहानी है जो लगभग ढाई सौ से तीन सौ की आबादी वाला है ग्राम प्रधान भी जब वोट लेना रहता है तो आते हैं उसके बाद फिर कभी दिखाई नहीं पड़ते हैं जब हम लोगों ने इसके विषय में उनसे कहा तो उन्होंने कहा कि आप लोग अपने घरों में सोखता बनवा लीजिए किसी तरह हम कहकर पैसा आप लोगों को दिलवा देंगे लेकिन यह सब सिर्फ हवा बाजी में हुई बात निकली वास्तव में अभी तक यहां पर कुछ नहीं हो पाया है हम लोग शुक्रवार को जब जुम्में की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में जाते हैं तो सड़कों पर गंदा पानी लगा रहता है जिसकी वजह से हम लोग नापाक हो जाते हैं और हमारी आस्था को कहीं ना कहीं ठेस पहुंचती है और जब इस विषय में प्रधान से बात करने की कोशिश किया गया तो उनका फोन नहीं उठा और जब इस विषय में अहरौला ब्लॉक पर तैनात एडीओ पंचायत संजय कुमार श्रीवास्तव से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला अभी तक हमारे संज्ञान में नहीं था अभी हमारे संज्ञान में आप लोगों के द्वारा आया है इसकी कल हम जांच करवा कर ग्रामीणों को इस समस्या से जल्द निजाद दिलवाने की कोशिश करेगे ।।सब मिलाकर ग्राम मेहियापार से स्वच्छता अभियान पूर्ण रूप से गायब दिख रही है और कहीं ना कहीं यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंसूबे पर पानी फिरता दिख रहा है आखिर ऐसे में जिम्मेदार कौन ?