Azamgarh news:सर्वोदय विद्यालय में श्रेया तिवारी की मृत्यु आत्मा की शांति के लिए की गई शोक सभा तो पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट अध्यापकों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
रिपोर्ट: रोशन लाल
बिलरियागंज आजमगढ़
प्रिंसिपल और टीचर को जेल भेजे जाने के विरोध में सी बी एस सी बोर्ड के कुछ स्कूल रहे बंद
आजमगढ़ शहर के आर टी ओ ऑफिस के पास स्थित सर्योदय कालेज के प्रांगण में मंगलवार को एक शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमे विद्यालय प्रबन्धक प्रिंस्पल वह अध्यापकों ने चिल्ड्रन कॉलेज में तीसरी मंजिल से गिरकर रहस्यमय परिस्थितियों में श्रेया तिवारी की मृत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर भगवान से विनती किया तो वहीं पुलिस द्वारा श्रेया तिवारी को हत्या के लिए उकसाने के आरोप में चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल व क्लास टीचर को पुलिस द्वारा जेल भेजे जाने के विरोध में अध्यापकों ने अपने बाजुओं पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
इस मौके पर सभी लोगों ने एक स्वर में कहा कि अगर इसी तरह से अध्यापक जेल जाते रहे तो विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा कैसे दी जासकती है ।ए और बात है कि श्रेया टीचरों के बात से नाराज होकर तीन मंजिला से छलांग लगाकर हत्या कर ली ।मामला कुछ भी हो जहां मंगलवार को प्रबंध संघ के आह्वान पर उत्तर प्रदेश के सीबीएसई बोर्ड के सभी विद्यालय बंद करने के लिए ऐलान किया गया था किंतु शहर के बड़े विद्यालयों को छोड़कर ग्रामीण अंचलों में लगभग सभी विद्यालय खुले रहे तो वही बुधवार को अभिभावक संघ के अध्यक्ष गोविंद दुबे ने आह्वान किया है कि आप लोग अपने अपने बच्चों को बुधवार को विद्यालय पढ़ने के लिए नहीं भेजेंगे जिससे कि अध्यापकों की मनमानी समाप्त हो सकेऔर हर अभिभावक शिक्षा माफियाओं की लूट घसोट से बचा रहे ।सीबीएसई स्कूल मैनेजर एसोसिएशन के अध्यक्ष मेश्चाम पचौरी ने बताया कि प्रदेश के सभी बोर्डों के निजी स्कूल बंद हैं। घटना में प्रिंसिपल और अध्यापक को जेल भेजना सही नहीं है। पुलिस को हर पहलू पर जांच करना चाहिए था। शहर से सटे रानी की सराय निवासी श्रेया तिवारी पुत्री ऋतुराज तिवारी हरबंशपुर स्थित चिल्ड्रेन गर्ल्स कॉलेज में 11वीं की छात्रा थी। 31 जुलाई को उसने कालेज की तीसरी मंजिल से कूदकर जान दे दी थी। छात्रा के माता-पिता ने हत्या करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने पिता की तहरीर पर कालेज की प्रिंसिपल सोनम मिश्रा और क्लास टीचर अभिषेक राय के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। स्कूल की सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने कब्जे में ले ली थी। तीन दिन तक चली जांच के बाद तीन अगस्त की सुबह पुलिस ने प्रिंसिपल और क्लास टीचर को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही हत्या की धारा हटाकर दोनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और साक्ष्य मिटाने का केस दर्ज किया गया।