एलायंस फॉर एनर्जी एफिशिएंसी इकोनॉमी (एईईई) द्वारा किया गया कार्यशाला
कालीन क्लास्टर में ऊर्जा दक्षता और कम कार्बन उत्सर्जन विषय पर की गई परिचर्चा
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। एलायंस फॉर एनर्जी एफिशिएंसी इकोनॉमी (एईईई) के द्वारा नगर के मर्यादपट्टी में स्थित कालीन भवन के एकमा सभागार में शनिवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कालीन क्लास्टर में ऊर्जा दक्षता और कम कार्बन उत्सर्जन विषय पर परिचर्चा की गई।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि उपायुक्त उद्योग आशुतोष सहाय पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार एमएसएमई सेक्टर में ऊर्जा दक्षता को बढ़ाया देने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार उद्योग के विकास के लिए उद्यमियों के साथ खड़ी है। एकमा के मानद सचिव पीयूष बरनवाल ने कहा कि कालीन उद्योग स्वच्छ ऊर्जा संसाधनों की आवश्यकता है। उद्योग के सभी हितधारकों को इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभानी होगी। औद्योगिक ऊर्जा विशेष मृणाल भास्कर ने कहा कि पर्यावरणीय लाभ के लिए उद्योग को अपने क्षमता और प्रतिस्पर्धीत्मक को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) के डीन डॉ.आरके मलिक ने
कहा कि प्रौद्योगिकी और शोध के माध्यम से उद्योग में क्रांतिकारी परिवर्तन संभव है। उपमहाप्रबंधक सिडबी रितेश कुमार सिंह ने ऊर्जा दक्षता के लिए वित्त पोषण योजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम की शुरुआत शोध सहयोगी बालेंदु भूषण पांडेय ने स्वागत भाषण से किया। साथ ही सभी के प्रति आभार जताया।
इस मौके पर पावर कांसेप्ट लिमिटेड के नरेंद्र, रमाकांत, उपेंद्र, रोहन कदम सहित कालीन निर्यातक राजीव गुप्ता व साजिद अंसारी प्रमुख रूप से मौजूद रहें।