चार वर्ष पहले तीन करोड़ की निधि पाने के बावजूद शिवाजी महाराज के अश्वारूढ़ पुतला को स्थानांतरण करने की अब याद आई भिवंडी मनपा प्रशासन को
Despite receiving a fund of three crores four years ago, the Bhiwandi Municipal Corporation administration has now remembered to transfer the equestrian statue of Shivaji Maharaj
हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी-भिवंडी अजयनगर स्थित नजराना कंपाउंड भिवंडी की शान शिवाजी महाराज चौक का अश्वारूढ़ शिवाजी महाराज का पुतला ३८ वर्ष पहले किया गया था। जो इस समय जर्जर हो चुका है। इसके निर्माण के लिए चार वर्ष पहले तीन करोड़ का फंड राज्य सरकार व्दारा मुहैय्या कराये जाने के बावजूद भिवंडी मनपा प्रशासन व्दारा पुराने पुतले की मरम्मत के बजाय इसे स्थानांतरित कर नए पुतले का निर्माण करेने की याद आखिर आ ही गई। खैर अब इस पुतले का निर्माण इस तरह किया जा रहा है ताकि क्रेन के बजाय आसानी से महराज को माल्यार्पण किया जा सके।जिसका निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होगा। इसके लिये ठेका भी दिया जा चुका है।हालांकि मनपा के इस कदम से लोगों में कही खुशी तो कही आक्रोश व्याप्त है।
भिवंडी मनपा के पूर्व नगरसेवक अरुण राउत ने बताया कि स्थानीय शिवाजी चौक पर छह मई १९८६ में ३८ वर्ष पहले शिवसेना प्रमुख स्व.बालासाहेब ठाकरे के प्रयास से शिवाजी महाराज के अश्वारूढ़ पुतले का निर्माण किया गया था।जो काफी महंगा व पूर्ण रूप से मेटल का बना था। जो इन दिनो अत्यंत दयनीय खतरनाक स्थिति में है। जिसका स्ट्रक्चरल ऑडिट भी कराया जा चुका है। जिसके अनुसार उक्त प्रतिमा की मरम्मत कराई जानी अतिआवश्यक है।लेकिन पुतला का मरम्मत कार्य का मनपा नही किया गया।जबकि कई वर्ष पूर्व तत्कालीन सार्वजनिक निर्माण मंत्री व पालकमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा पुतले के निर्माण के लिए तीन करोड़ रुपए का फंड मुहैय्या कराया था।जिसके बाद उन्होंने लगातार पुतले की मरम्मत की मांग मनपा प्रशासन से करते रहे है।
जिसके बाद मनपा मुख्यालय में पूर्व महापौर प्रतिभा पाटिल व तत्कालीन मनपा आयुक्त विजय कुमार म्हसाल व मनपा अधिकारियों की उपस्थिति में छह जून २०२२ को महापौर सभागृह में सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया था।।इस बैठक में राज्य सरकार द्वारा शिवाजी चौक पर बने छत्रपति शिवाजी महाराज के अश्वारूढ़ पुतले का नया निर्माण किया जाय अथवा पुराने पुतले का मरम्मत किया जाय।लेकिन यह निश्चित नही हो पाया कि शिवाजी महाराज के पुतले का मरम्मत हो अथवा नए पुतले का निर्माण किया जाय।बैठक में नए पुतले के निर्माण व पुराने पुतले के मरम्मत में होने वाले खर्च का आकलन कर इस पर निर्णय लिया जाएगा।साथ ही मनपा अधिकारी व विशेषग्यो को लेकर एक पुतला समिति बनाया जाने वाला था।लेकिन वर्षो बीतने के बाद इस मामले में कोई निर्णय नहीं हो सका और आखिरकार मनपा प्रशासन शिवाजी महाराज के वर्षो पुराने पुतले को शहर म अन्यत्र स्थानांतरित करने जारही है।
भिवंडी मनपा के अतिरिक्त शहर अभियंता सचिन नाईक ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज चौक में स्थित अश्वारूढ़ पुतले को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। महाराज के अश्वारूढ़ पुतले को स्थापित करने की प्रशासनिक मंजूरी जिलाधिकारी कार्यालय से २६ अक्टूबर २०२३ को प्राप्त हुई थी। इसके पश्चात निविदा प्रक्रिया के तहत उल्हासनगर की मे. सागर कन्स्ट्रक्शन कंपनी को १६ सितंबर २०२४ को कार्यादेश दिया गया। पुतले का स्थानांतरण कार्य १६ मई २०२५ की रात २ बजे के बाद किया जाएगा और इसे शिवाजी महराज की जयंती से पहले छह माह में तैयार कर लिया जाएगा।जिसके निर्माण में तीन करोड़ रुपया खर्च किया जाएगा।उन्होंने बताया कि नए डीपी प्लान के तहत पुतले को शिवाजी चौक पर ही शिफ्ट कर आस पास के क्षेत्रों को सुशोभित किया जाएगा।जिसकी ऊंचाई पहले के अनुसार १४ फिर का होगा।उन्होंने बताया कि पुराना पुतला क्रेन द्वारा माल्यार्पण के दौरान धक्का लगाने से जर्जर हुआ था।अब बिना क्रेन लगाए ही आराम से जमीन से महाराज का माल्यार्पण हो सके इसके लिए चबूतरे की हाइट को कम किया जाएगा।उन्होंने बताया कि ठेकेदार पुतले को उल्हासनगर ले जाकर इसी आकर का नया हाइटेक पुतला तैयार कर उसे स्थापित किया जाएगा।
अगले दो दिनों में चौथरे (प्लिंथ) को भी हटाने का काम किया जाएगा। इस कार्य को लेकर स्थानीय नागरिकों और इतिहास प्रेमियों में उत्सुकता और संवेदनशीलता देखी जा रही है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि स्थानांतरण पूरी तरह नियोजित और प्रशासनिक प्रक्रिया के अनुसार किया जा रहा है।