मानवता की रक्षा लोगो की मदद और सब्र, कर्बला से मिला संदेश: मौलाना फैसल अशरफी
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। जामिया शमसिया तेगिया के प्रिंसिपल मौलाना फैसल अशरफी ने कहा की मुहर्रम का महीना सब्र,भाईचारे और एक दूसरे को मदद करने का महीना होता है। इस महीने में कर्बला की धरती से मजहबे इस्लाम के गुलशन तथा ईमान व कुरआन की हिफाज़त के लिए पैग़म्बरे इस्लाम मोहम्मदे अरबी सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम के नवासे हज़रत इमाम हुसैन ने अपने 72 जानिसारो व कुंबे को कुर्बान कर दिया। कहा मानवता की रक्षा, लोगो की मदद तथा सब्र कर्बला से हमको सन्देश मिला है। काजी-ए- शहर जामा मस्जिद कल्लन शाह तकिया के पेश इमाम हाफिज परवेज उर्फ अच्छे मियां ने कहा कि कर्बला की धरती पे हक और बातिल की जंग हुई जिसमें इमाम आली मकाम ने बातिल के आगे सर को न झुकाया बल्कि हक़ को ज़िंदा करने के लिए अपने आपको कुर्बान कर दिया, तब कहीं जा कर आज पूरी कायनात में इस्लाम का डंका बजता हुआ नज़र आ रहा है। इमामे ईद गाह हाफिज अशफ़ाक़ रब्बानी ने कहा यौमे आशूरा यानी 10 वीं मुहर्रम के दिन हज़रते आदम अलैहिस्सलाम की तौबा कुबूल हुई और इसी दिन दुनिया मे भेजे गए। श्री रब्बानी ने हदीसे पाक बयान करते हुए कहा की जो 9 वीं और 10 वीं मुहर्रम को रोजा रखें उसके साल भर तक के गुनाह माफ कर दिए जाते है। इस दिन नंगे को कपड़ा और भूखो को खाना खिलाओ और नया कपड़ा पहनो अच्छे से अच्छा खाना पका कर गरीबो यतीमो मिस्कीनों फकीरों व बेवाओं को पहले खिला कर तब खुद खाओ। जिसने 10 वीं मुहर्रम को उस्वत के साथ अपने बाल बच्चो के ऊपर खर्च किया तो अल्लाह पाक साल भर तक उसके हर दाने पर बरकतें अता फरमाता है। मौलाना अरफात हुसैन मिस्बाही ने कहा सबसे पहले नमाज पढो जो कर्बला की धरती से इमाम हुसैन ने नेजो के साए में नमाज़ अदा कर हमें दर्स दिया। कहा मोहर्रम की नवीं व दसवीं को रोजा रखें। परवरदिगार हम सभी को नबी के नवासो ने जो कर्बला की जमीं से हमें संदेश दिया उस पर अमल करने की तौफीक अता फरमाएं-आमीन।