श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय जोकहरा की निदेशिका ग्रामीण महिलाओं को किया प्रशिक्षित,मुख्य अतिथ एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने की सराहना
Director of Shri Ramanand Saraswati Library Jokhara trained rural women, chief guest SP Rural Chirag Jain appreciated
रिपोर्ट: रोशन लाल
आजमगढ़:अपने संबिधन मे हिना देसई ने कहा कि?
एक अध्यन के अनुसार हमारे देश में करीब 85 प्रतिशत लड़कियां रजोदर्शन के पहले माहवारी के बारे में नहीं जानती होती हैं | माहवारी शुरू होने के बाद भी अधिकतर लड़कियां इस दौरान की जाने वाली देखभाल और स्वक्षता के बारे में बहुत कम जानकारी रखती हैं | इस वजह से उन्हें कई तरह की बीमारियाँ हो सकती हैं |एक ओर जहाँ जानकारी का अभाव है वहीँ दूसरी तरफ माहवारी के समय प्लास्टिक एवं अन्य हानिकारक रसायनों वाले सेनेटरी पैड का प्रयोग लगातार बढ़ रहा है | इन फैंसी पैड के प्रयोग से महिलाओं का स्वास्थ प्रभावित हो रहा है और उन्हें गंभीर रोगों का सामना करना पड़ सकता है | क्रितिम पदार्थो से बने ये पैड पर्यावरण को भी नुकसान पंहुचा रहे हैं |
इन ज्वलंत मुद्दों को ध्यान में रखते हुए श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय ग्रामीण महिलाओं के साथ कपड़े के रीऊज़बल सेनेटरी पैड के उत्पादन का एक प्रशिक्षण कायक्रम चला रहा है | नाबार्ड के आजीविका एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अन्तरगत चलाये जा रहे इस कार्यक्रम में महिलाओं को माहवारी स्वास्थ एवं स्वक्षता विषय पर जागरूक करने के लिए एक प्रदर्शनी इकाई की स्थापना पुस्तकालय पर की गई है | इस इकाई में चित्र, मॉडल, पुस्तकों और खेलों के माध्यम से माहवारी के बारे में जानकारी दी गई है |
इस प्रदर्शनी इकाई का उद्घाटन दिनांक 8 जनवरी को आज़मगढ़ के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री चिराग जैन ने किया| इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के क्रम में माहवारी स्वक्षता एवं स्वास्थ का सन्देश सभी तक पहुचाना बहुत महत्वपूर्ण है | इस विषय पर पुरषों को भी जागरूक करने की जरुरत है जिससे पूरा परिवार इस मुद्दे पर महिलाओं को सहयोग और संबल प्रदान करे | कार्यक्रम में क्षेत्रीय विद्यालयों के प्रबंधको और शिक्षकों ने सहभागिता करते हुए माहवारी स्वास्थ पर किये जा रहे इन प्रयासों को विद्यालयों के माध्यम से आगे ले जाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता वयक्त की | इस अवसर पर पुस्तकालय की निदेशक हिना देसाई ने माहवारी स्वक्षता एवं स्वास्थ की इस मुहिम को एक जन आंदोलन बनाने की अपील की उन्होंने माहवारी के बारे में प्रचलित मिथकों को तोड़ने की अपील की और कहा कि ये मिथक महिलाओं के विकास में बाधा पहुचाते हैं | इनसे उनका आत्मविश्वास प्रभावित होता है | | आज़मगढ़ के लीड डेवलपमेंट मेनेजर श्री पवन कुमार मिश्र ने महिलाओं द्वारा रिउसबल सेनेटरी पैड बनाने को एक परिवर्तनकारी कदम बताते हुए पैड और पर्यावरण के मुद्दों को रेखांकित किया | इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री आरिफ खान ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस महत्वपूर्ण मुद्दे से जुड़ने के लिए सभी का आभार वयक्त किया | उन्होंने उम्मीद वयक्त की कि विद्यालयों के विद्यार्थी इस प्रदर्शनी इकाई का भ्रमण करके अपनी जानकारी को बढ़ाएंगे और माहवारी स्वास्थ के सन्देश को घर घर पहुचाने में सहायक होंगे | इस अवसर पर माहवारी संबधित समस्याओं के लिए एक हेल्प लाइन की भी शुरवात की गई है | हेल्प लाइन नंबर 7376278581 पर कॉल करके महिलाएं अपनी माहवारी सम्बन्धी समस्याओं पर सलाह ले सकती हैं | इस हेल्प लाइन से स्त्री रोग विशेषज्ञ भी जुड़ रहे हैं।हिना देसाई,निदेशक
श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय
जोकहरा आज़मगढ़,अमित वर्मा डायरेक्टर, जालंधर कुमार प्रधानाचार्य, सुधीर शर्मा, अमित मिश्रा, प्रतिमा,उषा,आंधी,रूही बानो, सुरेंद्र नाथ चौबे, रविंद्र नाथ चौबे, संध्या राय आदि लोग उपस्थित रहे।