आजमगढ़:फाइनेंस के नाम पर धोखा ठगा गया क्रेता जब लूट लिया विक्रेता,पीड़ित ने लगाई संबंधित अधिकारियों से न्याय की गुहार, जांच में जुटी पुलिस

Buyer cheated in the name of finance when robbed seller

 

मामला आजमगढ़ जिला के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के गुलवा बाजार के पास स्थित स्टार मोटर टीवीएस एजेंसी द्वारा फाइनेंस की गई एक क्रेता को एक बाइक से संबंधित है

रिपोर्टर रोशन लाल
आजमगढ़

जानकारी के अनुसार बिलरियागंज थाना क्षेत्र के पतीला गौसपुर निवासी राशिद अहमद पुत्र स्वर्गीय सम्मू अहमद ने 20 नवंबर सन 2023 को टीवीएस स्टार मोटर एजेंसी गुलवा गौरी से रैडान बाइक नंबर 125 सीसी को एजेंसी मालिक द्वारा बताए गए दाम के अनुसार रु 82500 देकर ले लिया।

 

 

 

किंतु जब राशिद अहमद ने उक्त गाड़ी को अपनी बच्ची बुशरा राशिद शेख पुत्री राशिद अहमद के नाम कराया तो एजेंसी संचालक द्वारा 69823 रुपए में फाइनेंस किया गया। जिसका डाउन पेमेंट रुपए 24000 लिया गया। इसके बाद गाड़ी की पहली किस्त आई 4555 रुपए 3.1.2024 कोऔर दूसरी किस्त भी 3 ,2, 2024 को तथा तीसरी किस्त तीन-तीन 2024 को आई । यह सभी किस्त बुशरा राशिद के खाते से कटी है। जब कि जो लोन पास किया गया है उसकी रशीद रुपए 18000 आ रही है किंतु बुशरा राशिद से इस लोन का पैसा एजेंसी द्वारा रुपए 24000 लिया गया है। इस प्रकार एजेंसी द्वारा इस गाड़ी के फाइनेंस में लगभग रुपए 6000 अधिक लिया गया है। जब इस बारे में राशिद ने एजेंसी मालिक से स्टेटमेंट मांगा तो एजेंसी मालिक द्वारा पहले तो आनाकानी करके टाला गया किंतु जब राशिद ने दबाव बनाया तो 21 3.2024 को लगभग 4 महीना बाद स्टेटमेंट दिया गया। स्टेटमेंट मिलने के बाद जब राशिद को ओरिजिनल दाम का पता चला तो मालूम हुआ कि उनसे गाड़ी की कीमत में रुपए छः हजार ज्यादा लिया गया है। इसके बाद जब राशिद ने एजेंसी मालिक को हकीकत से अवगत कराकर ज्यादा पैसा लेने का कारण जानना चाहा तो मलिक फिर आनाकानी करने लगा। और सच्चाई बताने से भागने लगा इसके बाद राशिद ने उनसे पूछा कि टीवीएस क्रेडिट द्वारा आपको कितना पैसा दिया गया है तो यह भी बताने से टीवीएस एजेंसी मालिक भाग रहा है।उपरोक्त आरोप लगाते हुए राशिद ने एस पी और डीएम आजमगढ़ सहित संबंधित अधिकारियों को रजिस्ट्री द्वारा प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। अब सवाल यह बनता है कि ? यह तो मामला राशिद का है जो पढ़े-लिखे होने के कारण अपने हर एक चीज पर बड़े

 

 

 

ही बारीकी से छानबीन किए तो पता चला कि वह फाइनेंस के नाम पर ठगी के शिकार हुए हैं। लेकिन जो लोग नहीं जानते हैं न जाने कितने ग्राहक इस एजेंसी से ठगी का शिकार हुए होंगे इन सच्चाइयों का पता तो तब सामने आएगा जब इस एजेंसी द्वारा बेची गई गाड़ियों का लेखा-जोखा की जांच होगी और बैंकों से ग्राहकों के खाते से कटे हुए स्टेटमेंट की जांच होगी। तभी दूध का दूध पानी का पानी अलग होगा। समय रहते अगर एजेंसी से संबंधित अधिकारी इसकी जांच नहीं करते हैं तो राशिद जैसे और पीड़ित लोग इसे अदालत में चुनौती देने का मन बना रहे हैं। जिससे कंपनी की हाय तौबा होगी तो कहीं ना कहीं कंपनी भी इसकी जिम्मेदार होगी।दूसरी तरफ इस संबंध में जब एजेंसी संचालक मोहम्मद अफसर से पूछा गया तो उन्होंने मीडिया को बताया कि राशिद शेख द्वारा मेरे ऊपर लगाया गया आरोप झूठा है ।

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