हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर बोले वरिष्ठ पत्रकार के• के• पाठक- देश को आजादी दिलाने एवं लोकतंत्र को बचाए रखने में पत्रकार समाज ने भी दी है अपने प्राणों की आहुति
रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स
बलिया ब्यूरो
बलिया देश की आजादी की लड़ाई लड़ने या लोकतंत्र को मजबूत रखने के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने में पत्रकार समाज भी कभी पीछे नहीं हटा। इतिहास गवाह है कि पत्रकारों ने पत्रकारिता के लिए समय-समय पर अपने प्राणों की आहुति दी है।उक्त बातें हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर पत्रकार वेलफेयर सोसाइटी उत्तर प्रदेश के सौजन्य से आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जनपद के वरिष्ठ पत्रकार कृष्णकान्त पाठक ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कही।
कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। जो विभिन्न संस्थाओं की गतिविधियों को आम जनता तक पहुंचाने का काम करता है। उन्होंने आज के पत्रकारों को सीख देते हुए कहा कि कलम तलवार से भी बड़ी है और इसका उपयोग हमेशा समाज की भलाई, विकास और लोकतंत्र की मजबूती के लिए करना होगा, तभी हमारा राष्ट्र उन्नति करते हुए विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा होगा।
वरिष्ठ पत्रकार रमेश चंद्र गुप्ता ने वर्तमान पत्रकारिता के समक्ष उपस्थित चुनौतियों और पत्रकारों को बरतने वाली सावधानियों पर प्रकाश डाला।
इस मौके पर मुख्य रूप से कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित प्रधान संघ के मंडल अध्यक्ष विमल पाठक ने हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर समस्त पत्रकारों को डायरी-कलम एवं अंगवस्त्रम से सम्मानित किया।
इस मौके पर मुख्य रूप से नागेंद्र तिवारी, अन्नपूर्णानंद तिवारी, रमेशचंद्र गुप्ता, गोविंद पाठक, कुलदीप दुबे, संदीप गुप्ता, नितेश पाठक, पन्नालाल गुप्ता, अख्तर अली, धीरज यादव, डॉ हरेंद्र नाथ यादव, प्रियम्वद दुबे, विवेक सिंह, गणेश जी सिंह, पवन गुप्ता आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्णकांत पाठक एवं संचालन रणजीत सिंह ने किया।