हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में वैज्ञानिक लेखन एवं शोध नैतिकता विषय पर चल रही तीन दिवसीय कार्यशाला
रिपोर्ट: रोशन लाल
प्रयाग राज
राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, प्रयागराज, नेशनल काउंसिल फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (एनसीआईएसएम) नई दिल्ली के सहयोग से आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध कॉलेजों के स्नातकोत्तर गाइडों के लिए “वैज्ञानिक लेखन रिसर्च इंटीग्रिटी एंड पब्लिकेशन एथिक्स” में विषय पर 24 जून 2024 से कॉलेज सभागार में तीन दिवसीय कार्यशाला आज सफलतापूर्वक संपन्न हुई, जिसका समापन समारोह प्राचार्य डॉ. वसीम अहमद की अध्यक्षता में आयोजित किया गया,
जिसमें देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के साठ पीजी गाइड के अलावा कॉलेज के शिक्षक और पीजी स्का लार्स भी उत्साह के साथ उपस्थित थे।
आज कार्यक्रम के तीसरे एवं अंतिम दिन छह वैज्ञानिक सत्र आयोजित किये गये। पहले सत्र में क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, असम के अनुसंधान अधिकारी यूनानी डॉ. नाजिम हुसैन ने “संदर्भ संपादन शैली और प्रबंधन प्रणाली” विषयों को संबोधित किया और दूसरे सत्र में उन्होंने स्वयं “समीक्षा की प्रकाशन प्रकार” विषयों को संबोधित किया। प्रोफेसर मुहम्मद अलीमुद्दीन क़ुमरी ने तीसरे और चौथे सत्र में “भाषा और अभिव्यक्ति की कठिनाइयों पर काबू पाना” और “संपादकीय प्रक्रिया के बारे में जागरूकता” विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
5वें एवं 6वें सत्र में डॉ. मुहम्मद तनवीर आलम ने “शोध आलेख की चर्चा कैसे बेहतर करें” एवं “शोध आलेख का सार कैसे लिखें” विषय पर विस्तृत चर्चा की। प्रत्येक सत्र के अंत में, मास्टर ट्रेनर्स को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में पीजी गाइड प्रशिक्षुओं ने फीडबैक फॉर्म के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की तथा नेशनल काउंसिल फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन द्वारा उपलब्ध कराए गए पोस्ता परीक्षण फॉर्म भी प्रशिक्षुओं द्वारा ऑनलाइन जमा किया गया।
कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर डॉ. एस. मुथु कुमार ने कार्यक्रम के आयोजकों एवं प्राचार्य डॉ. वसीम अहमद के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि एनसीआईएसएम समय-समय पर इस सफल कार्यक्रम का आयोजन प्रचार और विकास के लिए करता रहेगा. कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष डीन आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर एवं प्राचार्य डॉ. वसीम अहमद ने अपने अध्यक्षीय भाषण में सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और तीन दिवसीय कार्यक्रम के लिए एनसीआईएसएम की सराहना की और उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के कौशल को विकसित करना और उजागर करना है एवं पीजी मार्गदर्शन करता है और अनुसंधान को बढ़ावा देता है।
कार्यक्रम के आयोजन सचिव प्रो. नजीब हंजला अम्मार ने समापन समारोह में डॉ. एस. मुथु कुमार और अन्य अतिथियों का स्वागत किया और सभी प्रतिभागियों को तहे दिल से धन्यवाद दिया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. मुहम्मद खालिद ने चल रहे तीन दिवसीय कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा डॉ. कमरुल हसन लारी ने समापन समारोह में मंच का संचालन किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।