13 दिन, 12 पड़ाव और 1,350 किमी की साइकिल यात्रा कर पहुंचे श्रीरामलला के दरबार
13 days, 12 stops and 1,350 km cycle journey to the court of Sri Ramlala
अयोध्या, 28 मई: महाराष्ट्र के लातूर जनपद के उदगिर के पांच नौजवानों ने अध्यात्म में स्वास्थ्य और पर्यावरण रक्षा का उपाय ढूंढ लिया। सभी 13 दिन में 12 पड़ाव पार करके 1,350 किमी यात्रा करके मंगलवार को श्रीरामलला दरबार पहुंचे। यहां उन्होंने श्रीरामलला के दर्शन किए और सृष्टि मात्र के लिए शुद्ध पर्यावरण और स्वस्थ जीवन का आशीष मांगा।
दरअसल, उदगिर निवासी विवेक होलसंबरे, बालाजी महाडंकर, संजीव कुमार माने, विष्णु तैलंग और प्रवीण होलसंबरे ने बढ़ते प्रदूषण को गंभीरता से लिया। कुछ दिनों तक इस पर गहन चिंतन किया। एक ऐसे उपाय के साथ सबका ध्यान खींचने की योजना बनाई, जिससे समाज के अधिकांश लोग जुड़े हों। ऐसे में उन्हें अयोध्या स्थित भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर बने नवनिर्मित श्रीरामलला के मंदिर का ख्याल आया।
इन नौजवानों ने जन जागरूकता की ठानी। इन पांचों मित्रों ने रोजमर्रा के कामों में साइकिल के प्रयोग को प्रोत्साहित करना शुरू किया। इससे होने वाले शारीरिक लाभ बताएं।
इस दौरान श्रीरामलला के मंदिर तक पहुंचने और दर्शन करने के साथ लोगों का ध्यान खींचने की योजना भी बनी। फिर, 16 मई 2024 को श्रीरामलला के दर्शन के लिए अयोध्या धाम के लिए इन नौजवानों ने कूच किया। अपनी सुविधा का ख्याल रखते हुए इन्होंने बैकअप के लिए एक कार भी ली।
विवेक कहते हैं कि इस दौरान चार यात्री साइकिल चलाते थे। एक युवक कार लेकर साथ में था। इन्होंने प्रतिदिन लगभग 110 से 120 किलोमीटर साइकिल चलाई।
युवाओं की टोली महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश होते हुए मंगलवार को 13 दिनों में अयोध्या के कारसेवकपुरम पहुंचे हैं। अब यहां से काशी, प्रयागराज और चित्रकूट होते हुए घर वापसी करेंगे। सभी युवा 2019 में पंजाब, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों का भ्रमण कर चुके हैं। इनकी जल्दी ही शेष रह गए पूर्वोत्तर राज्यों के भी भ्रमण करने की योजना है।