Azamgarh:कमिश्नर व डीआईजी ने किया अतरौलिया थाने व 100 शैय्या हॉस्पिटल का निरीक्षण दिए आवश्यक निर्देश
कमिश्नर व डीआईजी ने किया अतरौलिया थाने व 100 शैय्या हॉस्पिटल का निरीक्षण दिए आवश्यक निर्देश

रिपोर्ट चन्द्रेश यादव
अतरौलिया।। बता दे कि बृहस्पतिवार को कमिश्नर आजमगढ़ विवेक व डीआईजी सुनील कुमार सिंह अतरौलिया स्थित 100 शैय्या संयुक्त जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान साफ सफाई पर सीएमएस को आदेशित करते हुए कहां की अस्पताल परिसर में सुबह-शाम सफाई अनिवार्य है। अस्पताल में भर्ती मरीजों से वार्ता करते हुए उनसे दवाइयां और खाने की व्यवस्था तथा सुबह-शाम नाश्ते की व्यवस्था में पूछा तो कोई जवाब नहीं मिला ।
इस दौरान उन्होंने भर्ती मरीजों के पास से कुछ दवाइयां बाहर से लिखी मिली जिस पर उन्होंने सीएमएस एस के धुरुव को शक्त निर्देश दिया । ड्यूटी रजिस्टर पर तीन डॉक्टरों के अनुपस्थित होने पर नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण मांगा। कमिश्नर विवेक सफाई व्यवस्था संतोषजनक बताते हुए कहा कि अस्पताल में मरीज से जानकारी हुई कि सुबह शाम नाश्ते की व्यवस्था नहीं है और न ही भोजन की व्यवस्था हैं।जो चिंता जनक हैं इसके लिए हमने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया है कि एक महीने के अंदर मरीज की भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
अस्पताल में महिला डॉक्टर की कमी है जिसे संज्ञान में लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। अस्पताल के सीएमएस को निर्देश दिया गया है ।निरीक्षण के क्रम में डीआईजी सुनील कुमार सिंह वह कमिश्नर विवेक के द्वारा अतरौलिया थाने का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पुलिस आवास हेतु बन रहे पुलिस बैरक की गुणवत्ता तथा निर्माण कार्य प्रगति का भी अवलोकन किया ।पुलिस मेस में पुलिस के लिए बनाए जा रहे भोजन तथा साप्ताहिक मीनू ना होने पर तत्काल मीनू लगाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेस को तत्काल सुधार की जरूरत है जिससे पुलिस के जवानों को समय से भोजन मिल सके, थाना दिवस व तहसील दिवस में विभाग से जुड़े प्रार्थना पत्र को जॉइन टीम के माध्यम से निस्तारण किए जाने का निर्देश दिए। अतरौलिया थाना क्षेत्र में निर्माणधीन पुलिस चौकी के संबंध में बताया कि शासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी सख्त है इसके लिए अतरौलिया थाने में लगभग तीन पुलिस चौकियां निर्माण धीन है जिनका कार्य पूरा करके चौकिया जनता के लिए खोल दी जाएगी।
जांच के दौरान शिकायत पंजिका रजिस्टर पर अंकित पीड़िता माधुरी के मोबाइल नंबर पर बात करके पूछा तो पीड़िता ने कार्रवाई से असंतुष्ट जताई जिस पर पीड़िता को बुलाकर मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। थाने में पड़े वाहनों के नीलामी प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा।



