कार्तिक पूर्णिमा एवं देव दिवाली 15 नवंबर को मनाई जाएगी ।
विनय मिश्र ,जिला संवाददाता।
बरहज, देवरिया। आचार्य अनिल मिश्रा में बताया कि बैकुंठ चतुर्दशी का मान क्षयवती चतुर्दशी तिथि में १४ नवम्बर २०२४ गुरुवार को होगा। अरुणोदय समय काशी के मणिकर्णिका तीर्थ का स्नान अत्यन्त पुण्य फलकारी माना जाता है। आज ही के दिन श्री काशी विश्वनाथ का प्रतिष्ठा दिवस भी उत्सव पूजन के साथ मनाया जाएगा। वर्ष भर में केवल आज ही के दिन बाबा विश्वनाथ को तुलसीदल समर्पित किया जाता है। यह हर एवं हरि के एकाकार होने का पर्व है।
स्नान-दान एवं व्रत सहित कार्तिक पूर्णिमा का मान १५ नवम्बर २०२४ शुक्रवार को होगा। आज के दिन गंगा स्नान अत्यन्त पुण्य फलकारी माना जाता है। त्रिपुर उत्सव मनाया जाएगा तथा काशी का विश्व प्रसिद्ध हो चुका देव दीपावली का पर्व हर्षोल्लास एवं काशी के गंगा घाट सहित संपूर्ण नगर में स्थित देव मंदिरों, सरोवरों पर असंख्य दीप चलाकर मनाया जाएगा। काशी के गंगा घाटों की इस अनुपम एवं अद्वितीय छवि को अपनी आंखों में बसा लेने की कामना से विश्व भर के लोगों का काशी आगमन होगा । इसके अतिरिक्त विश्व भर में देवालयों में दीपदान किया जाएगा।गुरुनानक देव की जयंती परंपरागत रीति-रिवाज के साथ मनाई जाएगी।
भगवान् भास्कर १६ नवम्बर २०२४ शनिवार को वृश्चिक राशि में रात्रि ७:३६ बजे प्रवेश करेंगे। इसी के साथ हेमन्त ऋतु का आगमन हो जाएगा। विवाह आदि शुभ कार्य के मुहुर्त आरम्भ हो जाने से समाज एवं व्यवसाय जगत् में चहल-पहल बढ़ जाएगी। पक्ष के तीन शनिवार रविवार कुछ न कुछ करामात दिखाकर रहेंगे । दैवी प्राकृतिक दुर्घटना, समुद्री तूफान, भूकम्प आदि की सम्भावना है।
संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत का मान १९ नवम्बर २०२४ मंगलवार को है। चन्द्रोदय रात्रि ८:२३ बजे चन्द्रमा को अर्घ्य दिया जाएगा। मंगलवार की गणेश चतुर्थी को अंगारकी कहते हैं । यह विशेष पुण्य फलदायी होती है ।
मार्गशीर्ष कृष्ण पंचमी तद्नुसार २० नवम्बर २०२४ बुधवार से काशी अन्नपुर्णेश्वरी माता की निमित्त १६ दिन तक चलने वाला व्रत पूजन श्रृंगार का अनुष्ठान प्रारम्भ हो जाएगा। इसमें काशी के समीपस्थ गांवों के किसान धान की फसल की पहली कटाई से धान की बालियों को लाकर माता को समर्पित करते हैं एवं प्रसाद स्वरुप उन्ही बालियों को वितरित किया जाता है, जिसे कृषक आगामी फसल में उन्नत पैदावार की कामना से श्रद्धा स्वरुप ग्रहण कर धान के बीज के लिए संचित करते हैं ।