गुरुवार को आयी वर्षा से गर्मी से कुछ मिली
रिपोर्टर संजय सिंह
रसड़ा (बलिया) घूमड़ घुमड़ बादल की गड़गड़ाहट जोर-जोर की गरज कर आयी मानसूनी बरसात ने गुरुवार को ऐसा लगा कि जल जल हो जायेगा किन्तु हल्की वारिस होकर रह गयी जबकि बहुत से रसड़ा छोड़ क्षेत्र मे जलजलाजल हो गया वहीं भींषण गर्मी से कुछ राहत मिली फिर गर्मी व उमस से लोग परेशान हो गये यही हाल बुधवार हल्की वारिस हुई कड़ाके धूप निकलने से गर्मी व उमस से बेचैनी लोगो बढ़ा दी। कुछ ही तक इस तरह हो रहा वारिस से किसानों की बल्ले बल्ले हो गया। सुहाना मौसम बनने की ताक में लोग प्रसन्नता से व्यक्त करने को हुए। किसान चले खेती की ओर खेतो को जोतने के लिए इस आशा पर की वारिस होगी और धान का बेहन डालने के लिए आशान्वित हुए है जो किसान पहले से बेहन डाल चुके है वरसात होने के आशावादी लगाये है। बरसात के इन्तजार मे थे वे नर्सरी तैयार करने लगे तथा कुछ किसान तैयार बेहन से रोपाई के लिए वारिस होतो काम शुरु करे बृहस्पतिवार को दोपहर बाद लगभग 2 बजे करीब भूरा बादल आकाश मे चढने के साथ देखते देखते गरजने लगा। हवा एक झोका चला कुछ ही पल मे बारिस की बौछार जमीन पर गिरने लगा लेकिन हवा के झोको से सब दूसरे तरफ चला गया और एकाएक वर्षा होते होते रह गया।