जब मौत ने ढाया कहर तब कांग्रेस पार्टी में दौड़ी शोक की लहर,पार्टी के सचिव व पूर्व विधायक भोला पांडे का हुआ निधन
रिपोर्ट:रोशन लाल
बलिया जिला / द्वाबा (बैरिया) के पूर्व विधायक एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सचिव डॉ. भोला पांडेय अब इस दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने शुक्रवार की सुबह गोमती नगर स्थित अपने आवास पर जीवन की अंतिम सांस लिया। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की खबर मिलते ही पार्टी सहित चारो तरफ शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके निधन की सूचना मिलने के बाद कार्यालय जिला कांग्रेस कमेटी बलिया में शोक सभा का आयोजन किया गया।जिसमे 2 मिनट का मौन रखकर कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया गया।इस मौके पर पार्टी का झंडा भी झुका दिया गया।डॉ. पांडे 1980 से 1985 तथा 1989 से 1991 तक दो बार कांग्रेस के टिकट पर द्वाबा से विधायक रहे। वह गांधी परिवार के बेहद करीबी रहे डॉ. भोला पांडे युवा कांग्रेस में भी विभिन्न पदों को सुशोभित कर चुके थे। उन्होंने संगठन की भी जिम्मेदारी ब खूबी निभाई।चुनाव के समय उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों के वे प्रभारी भी रहे। कांग्रेस के टिकट पर तीन बार सलेमपुर लोक सभा सीट से चुनाव भी लड़े, लेकिन जीत हासिल नहीं हो सकी।जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अवधबिहारी चौबे ने कहा कि डॉ. भोला पांडेय नेहरू परिवार के दुलारा और भारतीय राजनीति का जगमगाता हुआ तारा थे। कहा कि जो तिरंगा श्रीमती इन्दिरा गांधी ने 1978 में डॉ. पांडेय के हाथ में दिया, उसे उन्होंने तमाम राजनीतिक उतार चढ़ाव के वावजूद नहीं छोड़ा। अन्याय के सामने कभी झुके नहीं। डॉ. पांडेय राजनीति के मर्द राज थे।शोक सभा में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उमाशंकर पाठक सत्य प्रकाश उर्फ मुन्ना उपाध्याय ओमप्रकाश तिवारी भैया लल्लू सिंह धनजी पांडे गिरीश कांत गांधी मुखिया पांडे उषा सिंह अबुल फैज विवेक ओझा यश मिश्रा बंटी महाप्रसाद चौबे श्री प्रकाश मिश्रा युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष बलिया कन्नू मियां राजकुमार वर्मा,बृजेश कुमार नगर सतनीसराय कत्यायन भवन पर इस अवसर पर गंगा मुक्ति अभियान के रमाशंकर तिवारी, साहित्यकार डॉ. जर्नादन राय, राजनाथ पांडेय, विजन कुमार चौबे, विजय ओझा, बीरेन्द्र कुमार यादव, प्रबोध कुमार पाण्डेय आदि लोग उपास्थित थे।शोक सभा आयोजित कर गतात्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गयी। इस अवसर पर गंगा मुक्ति अभियान