राहुल गांधी के ‘हिंदू’ वाले बयान का विरोध उज्जैन में भी दिगंबर अखाड़ा के संतों ने मंगलनाथ मंदिर रोड पर इक‌ट्ठा होकर नारेबाजी की

बैतूल तहसील आठनेर से रिपोर्टर अर्पण चिठोरे

संसद में दिए राहुल गांधी के ‘हिंदू’ वाले बयान का विरोध शुरू हो गया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राहुल गांधी को नाक रगड़कर माफी मांगनी चाहिए। इधर, उज्जैन में भी दिगंबर अखाड़ा के संतों ने मंगलनाथ मंदिर रोड पर इक‌ट्ठा होकर नारेबाजी की। उन्होंने राहुल गांधी से माफी मांगने और बयान वापस लेने की मांग की। ऐसा नहीं करने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी।

राहुल गांधी के बयान पर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खड़े होकर आपत्ति जताई। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा- उन्होंने स्पष्ट बोला है, उन्होंने भाजपा के बारे में बोला है, भाजपा के नेताओं के बारे में बोला है।

आखिर राहुल गांधी ने संसद में क्या कहा
मोदीजी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर आक्रमण नहीं किया। इसका कारण है। ये देश अहिंसा का देश है, यह देश डर का देश नहीं है। हमारे सारे के सारे महापुरुषों ने अहिंसा की बात की। डर मिटाने की बात की। डरो मत, डराओ मत। और दूसरी तरफ शिवजी कहते हैं डरो मत, डराओ मत। और वो मुद्रा दिखाते हैं, अहिंसा की बात करते हैं। त्रिशुल को जमीन में गाड़ देते हैं। और जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा, हिंसा, हिंसा.. नफरत, नफरत, नफरत.. असत्य, असत्य, असत्य.. आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है, सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए। सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए। अहिंसा हमारा प्रतीक है
CM डॉ. मोहन बोले- पूरा हिंदू समाज लज्जित हुआ

राहुल गांधी के बयान पर डॉ. मोहन यादव ने कहा, ‘राहुल के बयान से पूरा हिंदू समाज लज्जित हुआ है। हिंदुओं को हिंसक बताना उनकी ओछी मानसिकता का परिचायक है। देश में नेता प्रतिपक्ष हिंदुओं को लज्जित करेंगे, तो उन्हें कैसे बर्दाश्त कर सकता है। इस कारण राहुल गांधी को नाग रगड़कर माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी को इस बयान पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।’

सिंधिया बोले- राहुल का बयान सनातन पर हमला

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि राहुल गांधी का बयान हिन्दू विरोधी और सीधा-सीधा सनातन पर हमला है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।

इटली की मानसिकता भारत में नहीं चलेगीः सारंग

मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, ‘राहुल गांधी का बयान आपत्तिजनक ही नहीं शर्मनाक भी है। चुनाव के समय राहुल गांधी हिन्दू वोट के लिए खुद को जनेऊ पहनकर हिन्दू प्रदर्शित करते हैं और लोकसभा पहुंच जाते हैं तब हिन्दू धर्म का, हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करते हैं। ये इटली की मानसिकता भारत में नहीं चलेगी
उज्जैन में संतों ने की नारेबाजी, बोले- माफी मांगें

दिगंबर अखाड़ा के महंत शिवदास त्यागी जी ने कहा, ‘राहुल गांधी हिंदुओं को आहत करने का काम कर रहे हैं। सभी लोग राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बहिष्कार करें। 20 लाख नागा साधु सड़क पर आ गए, तो कांग्रेस को भागने के लिए जगह नहीं मिलेगी। कांग्रेस इस पर माफी मांगे। नहीं तो संत समाज सड़कों पर प्रदर्शन करेगा।’

अखाड़े के ही विनय दास जी महाराज ने कहा कि महाकाल की सवारी पर पत्थर कौन फेंकता है? क्या सनातनी इस तरह के काम करते हैं।

अखाड़ा के संत मुनिशरण दास त्यागी ने कहा, ‘राहुल ने ऐसा बयान देकर अपराध किया है। इसकी निंदा करते हैं। आम आदमी को भी इसका विरोध करना चाहिए। भाजपा को कहा, तो भी हिन्दुओं का नाम लेकर कहना गलत है। राहुल गांधी अपने शब्दों को वापस लें।

लक्ष्मण सिंह ने कहा-बयान अशोभनीय और अनावश्यक

कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी के बयान को अशोभनीय और अनावश्यक बताया। उन्होंने सलाह दी है कि केवल जनता और देश के मुद्दे उठाना ही उचित होगा।

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